हिंदी भाषा में भी वैश्विक स्तर पर रेडियो में अवसर उपलब्ध – फैज़ान खान
पटना : पटना विमेंस कॉलेज के जन संचार विभाग में राष्ट्रीय प्रसारण दिवस के अवसर पर रेडियो इन ग्लोबल साउथ : अवसर व चुनौतियां विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।
दरअसल, राष्ट्रीय प्रसारण दिवस के अवसर पर इस वेबिनार का आयोजन किया गया था। इस वेबिनार के अतिथि वक्ता रेडियो फॉर FM 89.1, दुबई , के रेडियो प्रस्तोता फैज़ान खान थे।
रेडिओ की महत्ता व उसके बदलते स्वरूप से छात्राओं को कराया अवगत
वहीं, वेबिनार की शुरुआत में विभागाध्यक्ष रोमा ने अतिथि वक्ता का परिचय कराते हुए आज के दौर में रेडिओ की महत्ता व उसके बदलते स्वरूप से छात्राओं को अवगत कराया। इसके साथ ही साथ रेडिओ प्रस्तोता व अतिथि वक्ता फैज़ान खान ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया की कैसे रेडिओ के बदलते स्वरूप ने रोज़गार के नए अवसर दिए हैं।
फैजान खान ने रेडियो तकनीकी बारीकियों से लेकर वक्ता और श्रोता के बीच कैसे तारतम्य विठाए रखा जाए इस पर विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने लेखन से लेकर प्रस्तुतीकरण तक भाषाई शुद्धता और शब्दों के चयन के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि रेडियो जॉकी बनने के लिए आवश्यक कौशल, दक्षता (आत्म विश्लेषण के साथ अपनी क्षमता व योग्यता) क्या होना चाहिए।
इसके अलावा इस क्षेत्र में अवसर पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की हिंदी भाषा में भी वैश्विक स्तर पर रेडियो में अवसर उपलब्ध है । चुनौतियाँ हर क्षेत्र में हमेशा रहेंगी तभी उसमें बेहतरी भी होगी। इसी दौरान इस विषय छात्राओं के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति आने के बाद भी रेडियो की महत्ता कम नही हुई, क्यूँकि आप रेडियो कहीं भी सुन सकते हैं वो भी निशुल्क, और यही कारण है की आज भी जनमानस तक इस की पहुँच है और अभी भी करोंड़ों लोग रेडियो के श्रोता हैं।
वेबिनार के दूसरे सत्र में छात्राओं और विभाग के शिक्षकों द्वारा रेडियो और उनके अनुभव सम्बंधित सवाल किये गये। रेडियो प्रस्तोता फैज़ान ने सभी सवालों का उत्तर दिया। सत्र के समापन पर विभाग की व्याख्याता दिव्या गौतम ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस अवसर पर विभाग में अजय कुमार झा, प्रशांत रवि, अंकिता, अपराजिता और गौरव अरण्य मौजूद रहे।