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आॅनलाइन खरीदारी : आप भी हो सकते हैं फ्रॉड का शिकार, जानिए कैसे?

पटना : आजकल हर तरफ ऑनलाइन खरीदारी का ट्रेंड है। बच्चे, बूढ़े और जवान, सभी कुछ भी मंगाना हो तो, इस माध्यम का उपयोग धड़ल्ले से कर रहे हैंं। जमाना इंटरनेट का है और यह समय भी बचाता है। लेकिन खरीदारी के इस नवीन ट्रेंड ने साइबर अपराधियों के लिए भी ठगी के नए—नए रास्ते खोल दिये हैंं। यही कारण है कि बिहार समेत समूचे देश में ऐसे मामलों की बाढ़ सेी आ गयी है। ऑनलाइन वेबसाइट ओएलएक्स पर खरीदारी का एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया। ओएलएक्स वस्तुओं को बेचने के लिए एक लोकप्रिय साइट है। लोग इसपर किसी आइटम का विज्ञापन पोस्ट करते हैं और कीमत तय करते हैं। खरीदार इसे मालिक से संपर्क करके खरीद सकता है।

कैसे फायदा उठाते हैं साइबर अपराधी

आॅनलाइन खरीदारी की बढ़ती लोकप्रियता धोखाधड़ी करने वालों के लिए लूट का नया जरिया कैसे बन गयी है, आइए जानते हैं। सबसे पहले साइबर अपराधी सस्ती कीमतों पर “टू व्हीलर्स” या “फोर व्हीलर्स” के लिए एड पोस्ट करते हैं। साथ ही दावा करते हैं कि वे तुरंत उन्हें बेचना चाहते हैं। वे खरीदारों को बताते हैं कि चूंकि उन्हें विदेश जाना है, अत: वे शीघ्र अपना सामान सस्ते दर पर बेच रहे हैं। खरीदार को पहले पैसे जमा करने होंगे जिसके बाद वे वाहन एकत्र कर सकते हैं।

पढ़ें : वे क्या सावधानियां हैं जो बचा सकती हैं आॅनलाइन बैंक फ्राड से?

खरीदार कम कीमत पर वाहन प्राप्त करने की लालच में विक्रेता के खाते में धन जमा कर देते हैं। पैसे के विक्रेता के खाते में स्थानांतरित होने के बाद से ही साइबर अपराधी खरीदार की कॉल लेना बंद कर देते हैं और तुरंत हस्तांतरित धन निकाल लेते हैं। अक्सर आधे घंटे के भीतर। यहां पैसे के स्रोत का पता लगाना और उसे पुनर्प्राप्त करना मुश्किल बन जाता है।

खरीदारी से पहले ये सावधानियां बरतें तो नहीं होगा फ्रॉड

• विक्रेता वेबसाइट द्वारा सत्यापित किया जाना चाहिए।
• आपको भौतिक रूप से उत्पाद को सत्यापित करना चाहिए।
• पैसे को स्थानांतरित करने से पहले आपको वस्तुस्थिति को हाथ में रखना चाहिए। इन दिनों आप तुरंत आईएमपीएस/एनईएफटी या पीएलटीएम जैसे वॉलेट के माध्यम से विक्रेताओं के सामने पैसा स्थानांतरित कर सकते हैं। अग्रिम भुगतान करने की कोई ज़रूरत नहीं है!
• सभी कागजी कार्यवाही की जांच करें।

(राजीव राजू)

ऐसे ही और भी ऑनलाइन/बैंकिंग धोखाधड़ी के नए नए तरीकों को जानने व बचने के लिए nofraud.in की वेबसाइट निरंतर पढ़े।