नीतीश 7.0 का एक तो जदयू के सत्ता में रहे पूरे होंगे 16 साल, जिलों और राजधानी में होंगे कार्यक्रम
पटना : बिहार में एनडीए सरकार के एक साल पूरा होने के साथ-साथ जदयू के सत्ता में रहे 16 साल पूरे होने वाले हैं। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से प्रतिक्रिया आई है। जदयू ने नीतीश के कार्यकाल को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार खुशहाल हुई है। सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है। सामाजिक न्याय हुआ है।
वहीं, जदयू नेताओं ने बताया कि बिहार में सीएम नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री काल के 16 वर्ष पूरे होने पर 24 नवम्बर को जिला के साथ-साथ पटना में कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
वहीं, एनडीए सरकार का एक वर्ष पूर्ण होने पर विपक्ष ने सीएम से सवाल पूछते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बताएँ कि उनकी सरकार का युवाओं को चुनावी वादा कि राज्य में 19 लाख नौकरी/रोजगार देने के वादे का क्या हुआ? क्या इस वादे का भी वही हश्र होगा जो भाजपा के तथाकथित विशेष आर्थिक पैकेज का हुआ? कि अचानक घोषणा कर दिया जाएगा कि 19 लाख रोजगार दे दिए गए हैं?
राजद ने कहा कि NDA के सभी घटक दलों के घोषणा पत्रों में खूब हवाई वादे किए गए थे, उनमें से एक भी ऐसी घोषणा है जिसे सरकार ने एक साल में पूरा कर लिया है या पूरा करने की ओर बढ़ भी रही है? संविदा कर्मचारियों की नौकरियों को स्थायी कब किया जाएगा? क्या बिहार सरकार के शब्दकोष से वेतनमान शब्द गायब ही हो गया है? अगर राज्य में 16 साल से सुशासन है, जैसा कि सरकार दावा करती है, तो इस ‘सुशासन’ के बल पर इतना भी संसाधन संचय नहीं हो पाया कि कर्मियों को स्थायी सरकारी नौकरी दी जा सके?
बिहार भर के अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों, टेक्नीशियनों, विद्यालयों से शिक्षकों और पुलिस समेत सभी सरकारी विभागों में कर्मियों की भारी कमी को समाप्त कर दिया गया है? क्या सरकार इस तरफ बढ़ भी रही है? ऐसी कोई मंशा या योजना या रोडमैप भी है? राज्य में हर साल आने वाले बाढ़ के स्थायी निराकरण के लिए बिहार सरकार की कोई भी योजना या मंशा है? कोई इच्छाशक्ति है सरकार के पास इस ओर सोचने के लिए या इस सरकार के रहते बिहारवासियों को इसे तब तक अपनी नियति ही मानना होगा?