पटना : कला-संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार और पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता संस्कृति मंत्रालय की ओर से उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों की कला और संस्कृति के सबसे बड़े उत्सव ‘ऑक्टेव- 2019’ की शुरुआत 12 दिसंबर को बापू सभागार में हो चुकी है। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल फागू चौहान, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व कला-संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री प्रमोद कुमार ने संयुक्त रूप से किया। यह आयोजन 14 दिसंबर तक चलेगा तथा इसमें इंट्री फ्री है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के कला संस्कृति का उत्सव “ऑक्टेव-2019” में शिरकत करने आये सभी कलाकार बंधुओं का स्वागत करते हुए कहा कि विभिन्न भेष-भूषा, खान-पान, जीवनशैली और रहन-सहन की विविधतापूर्ण हमारे नार्थ-इस्ट के राज्यों से समाजिक, सास्कृतिक सरोकार बढ़ाकर “विविधता में एकता, भारत की विशेषता” को मजबूत करना है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नमस्ते’ में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों का समावेश है। N- नागालैंड, A-असम, M-मिजोरम-मेघालय- मणिपुर, A- अरूणाचल प्रदेश, S- सिक्किम और T- त्रिपुरा। हमारे पूर्वाेत्तर राज्यों के 25% भूभाग चीन, म्यांमार, भूटान और बंग्लादेश की सीमा से जुड़े हैं। इन राज्यों में 200 से ज्यादा ट्राइब्स रहते हैं। जो इनकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है।
क्या है OCTAVE
उत्तर-पूर्व की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को अभिव्यक्त करनेवाला एक खूबसूरत त्योहार है, जिसे 2006 में शुरू किया गया था। ऑक्टेव पूर्वोत्तर, देश के अन्य हिस्सों के लोगों के बीच इस क्षेत्र के शानदार और सामंजस्यपूर्ण सौंदर्य के बारे में बेहतर रूप से समझ विकसित करता है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के अष्टकोणीय गठन की अपनी अलग सांस्कृतिक परंपरा और स्थलाकृति है।
क्या-क्या होगा इस कार्यक्रम में
इस कार्यक्रम में उत्तर-पूर्व शास्त्रीय नृत्य रूपों, दृश्यकला और हस्तशिल्प की लोक जनजातीय परंपराओं को प्रस्तुत करना है । जिसमें मुख्य आकर्षण फैशन शो, रॉक बैंड, कोरियोग्राफी डांस, पूर्वोत्तर भारत का खाद्य पदार्थ और शिल्प प्रदर्शनी होगा। बहुत दिनों बाद राजधानी पटना में सभी वर्गों तथा सभी पंथों के लिए एक शानदार और निःशुल्क कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।