पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर कटाक्ष करते हुए पूछा, ‘बताएं कि वे नीतीश कुमार की पार्टी में हैं अथवा भाजपा में’। गृह मंत्री अमित शाह के फैसले को इंगित करते हुए, जिसमें उन्होंने घोषणा की है कि एनआरसी पूरे देश में लागू होगा, तेजस्वी ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में सुशील मोदी क्यों कहते हैं कि यह बिहार में लागू नहीं होगा।
प्रशांत किशोर भी बीच में कूदे
तेजस्वी ने नीतीश के स्वर में सुशील मोदी द्वारा समवेत राग आलापने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या भाजपा सच में एनआसी बिहार में लागू नहीं करेगी।
बहारहाल, प्रशांत किशोर ने भी लंबे समय बाद जुबान खोलते हुए कह दिया है कि एनआरसी बिहार में लागू नहीं होना चाहिए। उधर, अमित शाह के बयान से बिहार के किशनगंज, अररिया, कटिहार तथा पूर्णिया के घुसपैठ समर्थक नेता पशोपेश में हैं कि वे आखिर उन घुसपैठियों को क्या जवाब देंगे जिन्हें बाजाप्ता भारतीय नागरिक बनाने का दावा किया है।
बिहार भाजपा और सरकार दोनों धर्मसंकट में
इधर, बिहार सरकार खुद धर्मसंकट में है कि आखिर इसे कैसे लागू किया जाए। गृह मंत्रालय में केन्द्र का यह प्रस्ताव महीनों पहले से आकर पड़ा है, लेकिन इसकी सुगबुगाहट अभी शुरू ही हुई है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार कुछ शर्तोंं के साथ बिहार में एनआरसी को लागू करना चाहती है। लेकिन, भाजपा का एक धड़ा खासकर सीपी ठाकुर, मंत्री अश्विनी कुमार चौबे तथा गिरिराज सिंह की लाॅबी एनआरसी को बिना शर्त बिहार में लागू करना चाहती है।