तमिलनाडु पर नीतीश का तेजस्वी से अलग स्टैंड, BJP की मानी बात
पटना : तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई और हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ने अपने डिप्टी सीएम तेजस्वी के विपरित स्टैंड लेते हुए वहां बिहार के वरिष्ठ अफसरों की जांच टीम भेजने पर सहमति जताई है। राजद नेता राबड़ी देवी और डिप्टी सीएम तेजस्वी ने इस पूरे मामले को फर्जी करार दिया है। लेकिन भाजपा लगातार इस मुद्दे पर हंगामा कर रही है। आज शुक्रवार को विधानसभा से वॉकआउट के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बीजेपी के कुल पांच नेता सीएम नीतीश कुमार से मिले और उनसे बंद कमरे में बात की जिस दौरान सीएम ने उनकी बात मानते हुए अफसरों को तमिलनाडु भेजने की बात कही।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भाजपा ने उनसे यह मांग की है कि एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल और अधिकारियों की टीम तमिलनाडु भेजी जाए। मजदूरों की हत्या हो रही है। कई मजदूर वहां फंसे हुए हैं। सभी को सुरक्षित वापस लाया जाए। बातचीत के दौरान सीएम ने डीजीपी आरएस भट्टी और चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी को अपने कक्ष में बुलाया और उन्हें आदेश दिया कि अधिकारियों की टीम कल 4 मार्च को अफसरों की टीम तमिलनाडु जाएगी।
भाजपा नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह तमिलनाडु के सीएम से बातचीत करेंगे। साफ है कि तमिलनाडु मामले पर नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ दे दिया है। जबकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की राय इससे बिलकुल अलग है। दरअसल हाल ही में तेजस्वी तमिलनाडु के सीएम के जन्मदिन समारोह में वहां गए थे। उनके बिहार लौटते ही वहां बिहारी मजदूरों पर हमले होने लगे।