मोकामा और गोपालगंज में नीतीश नहीं करेंगे RJD के लिए प्रचार, जानें किस बहाने काटी कन्नी..?
पटना : बिहार की महागठबंधन सरकार में आज पहली बार तब सत्ता शीर्ष की बाजीगरी उभर कर सामने आई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोकामा और गोपालगंज में हो रहे उपचुनाव में राजद प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार से कन्नी काट ली। यानी जदयू सुप्रीमो नीतीश इन दो सीटों पर राजद उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। सीएम नीतीश ने आज मीडिया से कहा कि वे मोकामा और गोपालगंज में प्रचार के लिए नहीं जा रहे हैं। हमेशा की तरह इस बार भी सीएम नीतीश ने अपने इस फैसले के लिए काफी चतुराई से वजह भी बता दी। उन्होंने इसे अपनी पेट लगी में चोट का हवाला देते हुए ऐन वक्त पर चुनाव प्रचार से दूरी बनाने का कारण बताया।
महागठबंधन की तरफ से इन दोनों सीटों पर आरजेडी उम्मीदवार मैदान में हैं और इसके लिए नीतीश की मोकामा में रैली प्रस्तावित की गई थी। जब पत्रकारों ने मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में प्रचार के बारे में नीतीश से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें चोट लगी हुई है। यह अभी तक ठीक नहीं हुई है। इसलिए वे प्रचार में नहीं जा रहे हैं।
पिछले दिनों गंगा नदी में सीएम का स्टीमर दीघा पुल के पाये से टकरा गया था जिससे उन्हें चोट लगी थी। हालांकि चोट लगने के बावजूद वे अपने सारे कामकाज कर रहे हैं लेकिन प्रचार से उन्होंने इसी बहाने कन्नी काट ली है।
जैसे ही नीतीश कुमार का यह बयान मीडिया में आया बिहार के सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया। पहले सीएम नीतीश के मोकामा में बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी के प्रचार में रैली करने की खबर आई थी। अनंत सिंह और नीतीश कुमार के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं। इसके बावजूद नीतीश कुमार ने महागठबंधन के हित में वहां प्रचार पर जाने की बात कही थी। अभी कल बुधवार को ही नीतीश के खासमखास ललन सिंह मोकामा गए थे जहां जनता के सवालों से वे काफी परेशान हुए। अब नीतीश कुमार के ऐन वक्त पर चुनाव प्रचार से दूरी बनाने पर जदयू—और राजद के बीच खटपट की खबर गर्म है।