पटना। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और ममता बनर्जी सरकार के बीच जारी खींचातानी के बीच भारत के संघीय ढांचे की चर्चा हो रही है।
इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश की संघीय ढांचे को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। बिहार विधानमंडल के नवनिर्मित सेंट्रल हॉल का उद्घाटन करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि देश की आजादी के बाद से फेडरल सिस्टम लागू नहीं हुआ। देश की मजबूती के लिए फेडरल सिस्टम लागू करना होगा। उन्होंने केंद्र और राज्य के संबंधों पर कहा कि दोनों के संबंध अच्छे होने चाहिए। साथ ही उन्होंने कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका की जिम्मेवारी पर कहा कि सभी को जिम्मेवारी समझनी चाहिए।
एक दिन पहले ममता—सीबीआई प्रकरण पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने प्रत्यक्ष तौर पर कुछ नहीं कहा था। लेकिन, बुधवार को अचानक नीतीश कुमार को देश में फेडरल सिस्टम की याद गई। आपको बता दें कि भारत एक अर्ध संघात्मक राज्य है। नीतीश कुमार के कहे अनुसार, देश में अगर संघीय व्यवस्था लागू हो जाए, तो प्रांतों को और अधिक स्वायत्ता मिल जाएगी। फेडरल सिस्टम के बयान के बहाने नीतीश कुमार इशारों ही इशारों में कहीं केंद्र सरकार को नसीहत तो नहीं दे रहे? इससे पहले भी कई मौकों पर राज्यों को अधिक स्वतंत्रता देने की वकालत वे कर चुके हैं। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की अरविंद केजरीवाल मांग को भी नीतीश कुमार ने सही ठहराया था।