पटना : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुजफ्फरपुर में 125 से अधिक बच्चों की मौत पर संज्ञान लेते हुए बिहार सरकार और भारत सरकार दोनों को तलब किया है। अपने कड़े पत्र में आयोग ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा है कि आखिर अनवरत हो रही बच्चों की मौत पर संवेदनहीनता क्यों है। वहां डाॅक्टरों की कमी क्यों हैं।
अब तक हुए रिसर्च पर उठाया सवाल
आयोग ने अबतक हुए रिसर्च पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर बीमारी कन्फर्म क्यों नहीं हो रही। आयोग ने यह भी जानना चाहा कि अस्पतालों में चिकित्सीय व्यवस्था क्या की गयी है। दूसरी ओर, स्थानीय सांसद अजय निषाद ने कबूला है कि वहां आधारभूत संरचना की भारी कमी है। एक बेड पर तीन बच्चों को लिटा कर इलाज किया जा रहा है।
आयोग ने पूछा, पीड़ितों के लिए क्या-क्या हुआ
17 दिनों से नृत्य कर रही मौत पर आयोग ने जानना चाहा है कि अब तक वहां क्या-क्या व्यव्स्था की गयी है। आधरभूत सरंचना क्या है। सरकार आगे क्या करने जा रही है। इससे इतर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि वहां पटना एम्स, एनएमसीएच सहित कई जगहों से चिकित्सकों को भेजा गया है।