Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured Trending पटना बिहार अपडेट

नीतीश के गले की हड्डी बने पीके! लालू के दरवाजे बंद, NDA में खोद रहे जड़

पटना : जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अपनी ही पार्टी के लिए गले की हड्डी बन गए हैं। इसी वर्ष बिहार में जदयू एनडीए की छत तले चुनाव में जाने वाला है, जबकि जिस डाल पर उनकी पार्टी वैठी है उसी को काटने के लिए प्रशांत किशोर लगातार प्रहार कर रहे हैं। अपनी इसी करगुजारी के तहत आज प्रशांत किशोर ने बिहार में अपने सहयोगी दल भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर आगे बढ़ने की चुनौती दे डाली।

प्रशांत किशोर ने दी अमित शाह को चुनौती

CAA और NRC के खिलाफ लगातार आवाज उठाने वाले प्रशांत किशोर ने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर आप नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध करने वालों की परवाह नहीं कर रहे हैं तो फिर क्यों नहीं आगे बढ़ते और इसे लागू करने की कोशिश करते हैं? पीके के ताजा बयान से सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। सबसे मुश्किल हालात नीतीश कुमार के लिए बन गए हैं जिनके लिए लालू ने महागठबंधन का दरवाजा पहले से ही क्लोज कर दिया है। वहीं अब एनडीए में प्रशांत किशोर की धृष्टता जदयू अध्यक्ष और सीएम नीतीश के लिए परेशानी का सबब बन गई है।

ट्वीट कर CAA लागू करने को दिया चैलेंज

प्रशांत किशोर ने गृहमंत्री द्वारा कल लखनऊ में CAA को हर हाल में लागू करने संबंधी दिये गए बयान का जवाब देते हुए आज बुधवार को ट्वीट कर उन्हें यह चुनौती दी। पीके ने ट्वीट में लिखा कि नागरिकों की असहमति को खारिज करना किसी भी सरकार की ताकत का संकेत नहीं हो सकता। अमित शाह जी, अगर आप नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध करने वालों की परवाह नहीं करते हैं, तो आप इस कानून पर आगे क्यों नहीं बढ़ते? आप सीएए और एनआरसी को उसी क्रोनोलॉजी में लागू करने का प्रयास करें, जो आपने राष्ट्र के लिए इतनी बड़ी घोषणा की है!

https://twitter.com/PrashantKishor/status/1219824934484152326

लखनऊ में क्या कहा था अमित शाह ने

इसके पूर्व कल लखनऊ में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CAA का विरोध कर रहे दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसको विरोध करना है, करे। लेकिन सीएए वापस नहीं होने वाला है। शाह ने कहा कि मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो। यदि यह कानून अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ। देश में CAA के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं। सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है।