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नीतीश के ‘एक तीर से दो निशाने’, गिरिराज-तेजस्वी का पलटवार

पटना : जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए की एकजुटता के बहाने उनपर अंगुली उठाने वालों को जब आज शुक्रवार को पटना में आयोजित पार्टी की एक बैठक में हमला किया तब उनके विरोधी पूरी तरह कन्फ्यूज हो गए। जहां भाजपा के गिरिराज सिंह ने इसे अपने उपर हमला माना, वहीं राजद के तेजस्वी यादव ने सीएम के वक्तव्य को अपनी तरफ चलाया गया तीर समझ लिया। सीएम के इस एक तीर से दो निशाने वाली मूव पर तेजस्वी और गिरिराज सिंह, दोनों ने अपने—अपने ढंग से पलटवार किया।

भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ताजा बयान आने के बाद ट्वीट कर कहा कि ‘महादेव की दया से जो मुझे सही लगता है, बोलता हूं। ना किसी के आगे बोलता हूं, ना पीछे बोलता हूं और जो बोलता हूं, उसपे अडिग रहता हूं।’ साफ है कि नीतीश के निशाने पर राजद के तेजस्वी यादव के साथ ही भाजपा का वह धड़ा भी था जो गिरिराज और संजय पासवान की अगुवाई में उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहा है।

जानें एनडीए में क्या है विवाद की जड़

नीतीश कुमार ने जदयू राज्य परिषद की बैठक में तंज कसते हुए कहा था कि कुछ लोग, ‘जिनमें राजनीतिक सूझबूझ की कमी है, वे उनपर निजी हमले करके प्रचार पाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मेरे बारे में अनाप-सनाप बोलते हैं। तभी उन्हें पब्लिसिटी मिलती है। उनमें से कुछ लोगों ने बेशर्मी से यह स्वीकार किया है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि यह उनकी यूएसपी है।’

एनआरसी पर जदयू के स्टैंड से नाराज हैं गिरिराज

हाल में गिरिराज सिंह ने बिहार में एनआरसी को लेकर जदयू के स्टैंड पर टिप्पणी की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ‘बिहार एनडीए पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है। अभी बिहार में तीन महीने पहले हमने मोदी जी के चेहरे पर 40 में से 39 सीटें जीती। अभी नीतीश जी बिहार में एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री हैं। बिहार के लोगों को कभी कभी देश हित के मुद्दे अनुच्छेद 370, तीन तलाक, एनआरसी पर भिन्न राय से तकलीफ़ होती है। एनआरसी की बात देश के चश्मे से देखें, वोट के चश्मे से नहीं।

जब क, ख नहीं आता तो कैसे रखा डिप्टी सीएम : तेजस्वी

उधर नीतीश कुमार के आज के वार से घायल राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चाचा हम पर पब्लिसिटी करने का आरोप लगाते हैं। जबकि वे खुद अपना चेहरा चमकाते हैं। यदि मुझे राजनीति का ककहरा नहीं आता था, तो फिर उन्होंने अपनी सरकार में मुझे डिप्टी सीएम क्यों बनाया था।