पटना : आरसीपी सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि नीतीश कुमार जी को अपनी जाति और जिला से बाहर किसी अन्य पर भरोसा नहीं है, जिसे इस डूबती नैया का पतवार वे थमा सकें। इसी वजह से पार्टी के सारे वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए डूबती नैया से स्वयं कूदकर पतवार आरसीपी सिंह के हवाले कर दिये हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश में जदयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद नीतीश जी को यह आभास हो गया है कि अरूणाचल की पुनरावृत्ति बिहार में भी हो सकता है। जिसकी संभावना ज्यादा है। पर मुख्यमंत्री पद की लिप्सा में नीतीश जी के लिए अब विकल्प भी सीमित रह गए हैं।
राजद नेता ने कहा कि अबतक के इतिहास में किसी राजनीतिक दल के इतना बेबस और लाचार अध्यक्ष के रूप में नीतीश जी पहले व्यक्ति थे जो अपने दल की भावनाओं को भी सार्वजनिक रूप से अभिव्यक्त नहीं कर सकते थे।