नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में आठ नए मंत्री, भाजपा—लोजपा से एक भी नहीं, सुमो ने किया ट्वीट
पटना : मोदी सरकार के शपथग्रहण के तीन दिन बाद रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इनमें पांच विधायक और तीन एमएलसी शामिल हैं।
मंत्री बनने वालों में जदयू एमएलसी अशोक चौधरी, नीरज कुमार व संजय झा के अलावा विधायक नरेंद्र नारायण यादव, श्याम रजक, बीमा भारती, रामसेवक सिंह और लक्ष्मेश्वर राय शामिल हैं। इसमें खास बात है कि मंत्री पद पाने वाले सभी नेता जदयू के हैं। इस कैबिनेट विस्तार में भाजपा कोटे से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया है। विस्तार के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इस विस्तार में नीतीश कुमार ने खाली पदों को भरने के लिए भाजपा को प्रस्ताव दिया था। लेकिन, भाजपा भविष्य में निर्णय लेगी। उन्होंने एनडीए को 200 प्रतिशत मजबूत बताया।
नीतीश कैबिनेट का यह विस्तार अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले आखिरी विस्तार है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि इसमें जदयू के अलावा भाजपा व लोजपा कोटे से भी मंत्री बनाए जाएंगे। मोदी सरकार में जदयू कोटे से एक भी मंत्री नहीं बनने के बाद अटकलें थी कि जदयू भाजपा से नाराज चल रहा है। लेकिन, विस्तार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कैबिनेट का विस्तार कभी भी हो सकता है। मंत्री पद खाली थे, इसलिए विस्तार किया गया। एनडीए को उन्होंने पूरी तरह एकजुट बताया।
इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इसे सकारात्मक रूप में देखा जाना चाहिए। अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करना मुख्यमंत्री का अधिकार होता है। उसी के तहत यह विस्तार किया गया है। जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि जिस प्रकार नई दिल्ली में कैबिनेट विस्तार का अधिकार प्रधानमंत्री को है, उसी प्रकार राज्यों में मुख्यमंत्री को अधिकार है कि वे किसे मंत्री बनाए अथवा किसे नहीं।