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रैली के बहाने नीतीश ने लालू परिवार पर बोला हमला, दिखाया विकास का आईना

पटना: पार्टी की पहली चुनावी रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमलावर भी रहे और अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए पासा भी फेंकते रहे। हमलावर इस मायने में कि ऐश्वर्या की बात को उछाल कर उन्होंने एक ओर लालू परिवार की पगड़ी उछाल दी, दूसरी ओर भागलपुर दंगा को दिलाते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और राजद पर भी।

करीब 45 मिनटों के अपने भाषण में निश्चिन्त भाव में नपी-तुली बात कर उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण महज लालू प्रसाद का घड़ियाली आंसू था क्योंकि 15 वर्षों के शासनकाल में उन्होंने दंगा पीड़ितों के लिए कुछ नहीं किया। न ही नरसंहार कभी नियंत्रित हुए। अव्वल, जंगल राज रहा और अपहरण आम बात हो गई थी। यहां उल्लेख जरूरी है कि 1984 में भागलपुर दंगा के बाद से ही बिहार के अल्पसंख्यक कांग्रेस से बिदक गई थी।

लालू को निशाने पर ले अल्पसंख्यकों को याद दिलाया भागलपुर दंगा

यहां बता दें कि राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के बाद अल्पसंख्यकों के सीधे निशाने पर भाजपा आ गई है। जद-यू भाजपा के साथ है। इधर, जद-यू का अल्पसंख्यक प्रेम जाहिर है। नीतीश कुमार के शासनकाल में अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व विधान सभा में घटा नहीं और नहीं तो करीब अच्छी संख्या में अल्पसंख्यक महिलाओं को जद-यू कोटे से टिकट मिला। कुछ राज्यसभा भी गईं। शिक्षा की बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या राय उच्च शिक्षित महिला हैं। उनके साथ उनके परिजनों ने जो व्यवहार किया है, वह विदित है। बिना नाम लिए लालू यादव के महत्वाकांक्षी पुत्रों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे ऐसे ही कुछ बोलते रहते हैं। उनको विकास नहीं दिखता। तात्पर्य यह कि नीतीश कुमार अपने काल में हुए बिजली, सड़क तथा पुल-पुलियों के निर्माण को सूबे में दिखाना चाहा।

क्राईम इंडेक्स में बिहार को दिखा याद दिलाया नरसंहारों का दौर

उन्होंने यह भी बताना चाहा कि विधि-व्यवस्था की हालत काफी सुधरी है। क्राईम इंडेक्स को दर्शाते हुए बिहार की स्थिति को भी बयान किया। जमीन संबंधी नियम-कानून में हो रहे तब्दीलियों की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि पहले से भूमि संबंधी विवाद में हत्या का ग्राफ नीचे गया है। यह कानून के कारण हुआ है। यहां बता दें कि भूमि संबंधी नियमों को सक्ष्त तो किया ही गया है जमीन मालिकों को काफी सुविधाएं भी मिल गईं हैं। मसलन, ऑन लाईन लगान जमा करना और बिना प्रखंड के बिचैलिए से मिले हुए एलपीसी वगैरह बनवा लेना।