उत्तर प्रदेश चुनाव से नीतीश और आरसीपी ने बनाई दूरी, यह हो सकता है वजह

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पटना : उत्तर प्रदेश मैं होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने अलग चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है, भाजपा से भाव नहीं मिलने के बाद जदयू नेताओं का बर्ताव ऐसा था कि वह उत्तर प्रदेश में भाजपा को सबक सिखाने के मूड में हैं, इसलिए उसने अपने 20 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी, उस दिन ऐसा कहा जा रहा था कि भाजपा को सबक सिखाने को लेकर खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू का प्रचार करने उत्तर प्रदेश जाएंगे। लेकिन, अब जब सही में उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए जाना है तो इसके लिए जारी ऑफिशियल स्टार प्रचारकों की सूची में कहीं भी नीतीश कुमार का नाम नजर नहीं आया है।

यूपी नहीं जाएंगे नीतीश

जदयू के तरफ दी गई ऑफिशियल जानकारी के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार नहीं जाएंगे। वहीं, नीतीश कुमार के करीबी और उनके ही गृह जिले के निवासी जदयू नेता और वर्तमान में मोदी कैबिनेट में मंत्री आरसीपी सिंह उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रचार करने नहीं जाएंगे।

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उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर जदयू ने चुनाव आयोग को स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी दी है। इस सूची में कहीं भी नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के नाम का जिक्र नहीं है। जदयू ने जो 15 स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी है उसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, महासचिव केसी त्यागी, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, सांसद रामनाथ ठाकुर, बिहार जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,मौलाना गुलाम रसूल बलियावी, हर्षवर्धन सिंह, रविंद्र प्रसाद सिंह, अनूप सिंह पटेल, आरपी चौधरी, सुरेंद्र त्यागी, संजय कुमार, भरत पटेल, संजय धांगर, डॉ के.के. त्रिपाठी का नाम शामिल है।

इस सूची को देखकर जो बात बिल्कुल स्पष्ट नजर आ रही है उसके मुताबिक जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह उत्तर प्रदेश में प्रचार करने नहीं जायेंगे। इस कारण उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं है।

ललन की नाराजगी भी बनी सकती है वजह

वहीं, आरसीपी सिंह के प्रचार न करने के पीछे की वजह बताई जा रही है कि बीते दिन उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर उन पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सवाल खड़ा किया था इसके बाद से आरसीपी सिंह ने खुद को उत्तर प्रदेश चुनाव से दूर कर लिया है इसी कारण वह स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं है।

यह हो सकता है मुख्य वजह

वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के उत्तर प्रदेश चुनाव में नहीं उतरने के पीछे का कारण भाजपा के तरफ से इन दोनों नेताओं को दिया गया ऑफर भी हो सकता है। बताया जा रहा है कि भाजपा इन दोनों नेताओं को निकट भविष्य में बड़ा तोहफा देने पर विचार कर रही है इस कारण वह उत्तर प्रदेश में दखलअंदाजी करना नहीं चाहते हैं।

बहरहाल देखना यह है कि, जदयू के तरफ से जो स्टार प्रचारकों की सूची जारी की गई हैं उनमें से कितने लोग उत्तर प्रदेश की जनता को लुभा पाते हैं और जदयू उत्तर प्रदेश में कितनी सीटों पर विजय हासिल करती है।

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