पटना : पटना साहिब सीट से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद के लिए वोट मांगने पटना साहिब पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद एवं उनके कुनबे पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कि राजद के लोग हम पर आरोप लगाते हैं कि मैंने लालू यादव को फंसाया है। मैं यह साफ़ कर देना चाहता हूं कि लालू को क़ानून ने सजा दी है। वे अपने कर्मों—कुकर्मों का फल भोग रहे हैं। अव वो इस ताक में हैं कि जेल से बाहर निकलकर एक दफा फिर से राज्य में अपना जंगलराज कायम कर लें। लेकिन अब लालू और उनके कुनबे के लोग चाहे कुछ भी कर लें, वे जेल से बाहर नहीं निकलने वाले।
नीतीश ने कहा कि बिहार पर 15 वर्ष तक लालू ने राज किया। जब खुद जेल गए तो पत्नी को राज्य का मुखयमंत्री बना दिया। क्या बिहार में या राजद में और कोई यादव नहीं था जो अपने ही परिवार को गद्दी थमा गए। वे यादवों को भी मुर्ख बना रहे थे। लेकिन अब प्रत्येक यादव उनकी असलियत जान गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिहार में क़ानून का राज था, और रहेगा। इससे किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा। हम जब केंद्र में मंत्री थे, तब सड़क का क्या हाल था? अपने क्षेत्र में मुझे काफी पैदल ही चलना पड़ता था। आज पैदल नहीं चलना पड़ता क्योंकि चारों तरफ सड़कें बन गईं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना साहिब उनका इलाका रहा है, और वह तो अपने इलाके में ही आये हैं। सीएम नीतीश ने लोगों से अपील किया कि जिस प्रकार से आपने मुझे प्यार दिया है, वैसे ही रविशंकर जी को भी दें। गौरतलब है कि चारा घोटाले के मसले में राजद प्रमुख लालू यादव गुनहगार करार हो चुके हैं, और रांची के होटवार कारावास में बंद है। लालू के परिवार ने वक़्त-वक़्त पर बिहार सरकार पर आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश ही उन्हें जेल से बाहर नहीं आने दे रहे। राजद प्रमुख लालू की पत्नी राबड़ी देवी ने तो इतना तक कह दिया कि लालू यादव को बिहार सरकार जेल में जान से मरवा देना चाहती है।