पटना/मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में जलप्रलय का कहर जारी है। सीतामढ़ी शहर के नए इलाकों में पानी घुस गया है तो दरभंगा में खिरोई नदी का पश्चिमी तटबंध ध्वस्त हो गया है। कमतौल और जोगियारा स्टेशनों के बीच रेलवे पुल पर पानी का तेज बहाव जारी है। बूढ़ी गंडक, गंडक व लखनदेई के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हाे रही है सीतामढ़ी और दरभंगा के अलावा शिवहर, मुजफ्फरपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में नित नए इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है।
दरभंगा के जाले में खिरोई का तटबंध टूटने से 5 पंचायतों में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। मुजफ्फरपुर शहर के निचले उत्तरी इलाकाें में पानी प्रवेश कर गया है। यहां औराई, कटरा व गायघाट प्रखंड में बाढ़ से हालात लगातार गंभीर बने हुए हैं। कटरा के 18 व गायघाट प्रखंड की 6 पंचायताें में सड़क संपर्क भंग है। उधर सीमांचल के जिलों में भी बाढ़ की तबाही जारी है। यद्यपि यहां कोसी को छोड़कर बाकी नदियों का जलस्तर घटने लगा है। लेकिन फिर बारिश शुरू होने की आशंका को लेकर लोग भयभीत हैं। राहत और बचाव कार्य य़ुद्धस्तर पर जारी है।
इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंडक नदी के तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद अधिकारियों को तटबंधों की खास निगरानी रखने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने पश्चिम चम्पारण के चनपटिया और नरकटियागंज जबकि पूर्वी चम्पारण के रमगढ़वा, सुगौली और बंजरिया इलाकों का भी हवाई दौरा किया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 19 जुलाई से बाढ़ पीड़ित इलाके में प्रति परिवार 6000 रुपए का पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए राज्य सरकार पीड़ितों के लिए भुगतान शुरू कर देगी। साथ ही सभी बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कक्षा 9 और 10 की तिमाही परीक्षा स्थगित कर दी गई है।