Agnipath की नेतागीरी में लगे रहे नेताजी,, 56 हजार युवाओं ने भर दिया फॉर्म
नयी दिल्ली/पटना : केंद्र सरकार की सेना में भर्ती वाली जिस अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार समेत देशभर में अरबों की सरकारी संपत्ति फूंकी दी गई, उसपर एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। आज 27 जून को भी बिहार में अग्निपथ स्कीम को लेकर विधानसभा में विपक्ष का सियासी तांडव देखने को मिला। लेकिन युवाओं ने नेताओं की राजनीति को धूल चटाते हुए ‘अग्निवीर’ योजना में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी दिखाई। रजिस्ट्रेशन पोर्टल खुलने के महज दो दिन में ही 56 हजार से ज्यादा युवाओं ने इसके लिए आवेदन किया है। इन आवेदनों में बड़ी संख्या बिहारी युवाओं की है।
बिहार विधानसभा में योजना पर हंगामा
विपक्ष ने आज सोमवार को बिहार विधानसभा अग्निपथ स्कीम के विरोध में दिनभर चलने नहीं दी तथा हंगामा मचाते रहे। लेकिन इसबीच भरतीय वायुसेना ने एक ट्वीट किया जो इस स्कीम पर राजनीति करने वाले नेताओं के लिए आइना दिखाने के समान है। वायुसेना ने अपने ट्वीट में लिखा—”56960! यह अग्निपथ भर्ती आवेदन प्रक्रिया के जवाब में वेबसाइट पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या है। पंजीकरण पांच जुलाई को बंद हो जाएगा।”
वायुसेना ने ट्वीट में दी जानकारी
साफ है कि केंद्र द्वारा सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ स्कीम में बिहार समेत देशभर के युवा बढ़चढ़कर भाग ले रहे हैं। महज दो दिन में वायुसेना के भर्ती पोर्टल पर करीब 57 हजार आवेदन युवाओं के आये। जबकि अभी भी आवेदन करने के लिए अभी भी 8 दिन शेष हैं। यही नहीं ये आवेदन तो सिर्फ वायुसेना में भर्ती के लिए आये हैं, जबकि थल सेना और नौसेना का भर्ती अभियान तथा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अभी शुरू होना बाकी ही है।
अग्निवीर बनने को युवाओं का जोश हाई
इसी माह 14 जून को अग्निपथ योजना पेश करते हुए केंद्र सरकार ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए भर्ती किया जाएगा। इनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा। बिहार समेत देश के कई हिस्सों में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। अब इतने सारे आवेदन मिलने पर सवाल उठ रहा है कि आखिर इसके विरोध का मतलब क्या था और खासकर आज भी बिहार विधानसभा में विपक्षी राजनेता हंगामा किसलिए कर रहे हैं।