नेपाल में तब्लीगी जमात से जुड़े तीन भारतीय कोरोना पॉजिटिव
पटना : पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का रूप ले चुका है। भारत में अब तक 8356 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें से 273 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में कोरोना का चेन बढ़ाने में तब्लीगी जमात का अहम योगदान है। मालूम हो कि दिल्ली के निज़ामुद्दीन के मरकज़ में 13 से 15 मार्च तक तबलीग़ी जमात का कार्यक्रम हुआ था। इसमें लगभग 20 हज़ार लोग जुटे थे। विदेशों से भी आये लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव थे। उसके बाद मरकज के जमातियों के कारण काफी बड़े स्तर पर कोरोना वायरस का संक्रमण फैला। कार्यक्रम खत्म होने के बाद बहुत सारे लोग अपने-अपने घर चले गए और कोरोना का चेन बनता गया।
नतीजा यह हुआ कि अचानक से कोरोना पॉजिटिव केस में सेंसेक्स की तरह उछाल आ गया और बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होते गए। तबलीग़ी जमात के कारण जिस भारत में कोरोना पॉजिटिव का केस डबल होने में औसतन 8 दिन लग रहे थे। लेकिन, इस घटना के बाद केस डबल होने में 4 दिन लगने लगे।
इसी से जुड़ा ताजा मामला है नेपाल का है, जहां तब्लीगी जमात से जुड़े तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मामला नेपाल के पारसा जिले के सीमाई शहर बीरगंज का है। जहां तीन भारतीय जिसमें दो उत्तर प्रदेश और एक दिल्ली का रहनेवाला है। बताया जाता है कि तीनों निजामुद्दीन दिल्ली से वापस नेपाल आये थे। और बीरगंज के छपकैया स्थित जामा मस्जिद में रुके हुए थे।
नेपाल के स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय ने कहा कि तीनों जमातियों को नारायणी अस्पताल में कोरेन्टीन में रखा गया था। इसी दौरान उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद छपकैया मस्जिद जानेवाले रास्ते को नेपाल पुलिस ने सील कर दिया है।