नेपाल का दुस्साहस नो मैन्स लैंड में दफ़नाए 4 कोरोना पोजेटिव मरीज के शव, तनाव
चंपारण : रक्सौल, भारत-नेपाल के बीच लगातार तनाव बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दिनों सीतामढ़ी के सोनबरसा में बॉर्डर पर जानकी गांव के पास नेपाल के सुरक्षा कर्मी व भारत के ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई थी जिसमें नेपाल की तरफ़ से हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई थी। और शनिवार की शाम को नेपाल की सेना ने दुस्साहस दिखाते हुए रक्सौल बॉर्डर पर नो मैन्स लैंड पर चार कोरोना पॉजिटिव मरीज के शव को दफ़ना दिया।
नेपाल के जवानो के द्वारा नो मैन्स लैंड पर चार कोरोना पॉजेटिव पीड़ित लोगों के शवों को दफनाने के मामले की सूचना से लोगें में दहशत एवं आक्रोश है। इस बाॊ की जैसे लोगों को खबर मिली की कोरोना पोजेटिव पीड़ित के शव को भारतीय कस्टम के पास नो मेंस लैंड पर दफनाया जा रहा है लोग सीमा की तरफ जाने लगे। वहीं इस पूरे घटना से रक्सौल के प्रेमनगर इलाके में रहने वाले लोग दहशत में आ गये। जानकारी के अनुसार नेपाल सेना के जवान चार शव को लेकर नो-मेंस लैंड पर पूरी तैयारी के साथ पहुंचे। इस दौरान उनके साथ आधा दर्जन पीपीई किट पहने हुये जवान भी थे।
नो-मेंस लैंड पर पहुंचने के बाद पहले जेसीबी की मदद से गढ्ढा बनाया गया और इसके बाद एक-एक कर सभी शवो को नो-मेंस लैंड में दफ़ना दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सभी शवो को लकड़ी के तख्ते पर रखकर लाया गया था और दफनाने के बाद नेपाली सेना के जवानो ने अपने पीपीई किट को नो-मेंस लैंड पर ही पेट्रोल डाल कर जला दिया। इसके बाद उनके साथ ही नेपाल अग्निशामक की टीम के द्वारा इस कार्य में प्रयोग की गयी। जेसीबी मशीन व शव को लाने वाले एबुलेंस को सैनिटाइज किया गया।
इस पूरे घटना क्रम के कारण सीमाई इलाके में तनाव और दहशत का माहौल है। प्रेमनगर के लोग इस घटना के बाद से काफी भय में है। लोगों का कहना है कि जब शवों को दफनाना था, तो नेपाल के अंदर भी बहुत सी जगह थी। लेकिन, र्दुभावना के कारण इसे बॉर्डर के पास लाकर दफनाया गया है। वहीं इस पूरे मामले में एसएसबी के सेनानायक प्रियवर्त शर्मा ने बताया इस बात की जानकारी हुई है। इसको लेकर हमारे अधिकारी नेपाल के अधिकारियों से बात कर रहे है कि ऐसा कार्य क्यो किया गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
नेपाल सेना द्वारा कोरोना के चार मरीज के शव को नो मैन्स लैंड में दफनाए जाने से भारत के लोगों में आक्रोश है। इससे उग्र ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया।इस्लामपुर अहिरवा टोला के लोगों ने शव दफनाए जाने से लोगों में आक्रोश है। लोगों ने नेपाल सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया। उग्र ग्रामीणों को एसएसबी के अधिकारियों ने समझाकर शांत किया।