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नवादा में सामुदायिक पाठशाला के माध्यम से दी जा रही शिक्षा

नवादा : कोविड-19 महामारी के दौरान भी जिले में मुफ़्त शिक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरने की कोशिश जारी रखे हुए है । वर्तमान परिदृश्य में कोरोना संक्रमण से बचते हुए शैक्षणिक गतिविधियों को बनाए रखना और आगे इसे प्रगति के मार्ग पर ले जाना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि हर समस्या से कुछ नया सीखने को मिलता है।

आज इसी का बढ़िया उदाहरण प्रस्तुत किया है सामुदायिक पाठशाला नवादा ने। यह पाठशाला अभी खुली ही थी कि कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गई। फलतः चेतना सर्विंग ह्यूमानिटी ने सामुदायिक पाठशाला नवादा को भी ऑनलाइन शिक्षा प्लाट्फ़ोर्म में तब्दील कर दिया । आज भी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराने की कोशिश कर हर दिन कक्षाएं लग रही है, हाजिरी लग रही है। सवाल जवाब हो रहे हैं।

सामुदायिक पाठशाला नवादा के संस्थापक चेतना त्रिपाठी ने बताया कि कोविड-19 के कारण हर जगह प्रत्यक्ष अध्ययन एवं अध्यापन कार्य प्रभावित हुआ है। विद्यार्थियों की शिक्षा में व्यवधान न हो इसलिए सामुदायिक पाठशाला नवादा में ऑनलाइन क्लास ली जा रही है। पहले कई लोगों के लिए यह कल्पना की बात थी कि दूर बैठे शिक्षक छात्रों को पढ़ा सकते हैं ? किंतु अब यह सबकुछ वास्तविकता बनता जा रहा है।

चेतना त्रिपाठी ने बताया लॉकडाउन से लेकर अभी तक कुल 280 ऑनलाइन कक्षाएं हुई हैं, जिनमें पुलिस पाठशाला भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर के छात्र के साथ सामुदायिक पाठशाला नवादा के छात्र ऑनलाइन क्लास कर रहे है | छात्रों एवं अपने शिक्षको के मध्य श्रेष्ठ एवं स्वस्थ संवाद कायम करते पाठ्यक्रम पूर्ण किया जा रहा है । विद्यार्थी निर्धारित समय पर अपने-अपने मोबाइल पर उपस्थित होकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी घर बैठे कर रहे हैं। परीक्षोपयोगी संपूर्ण जानकारी को छात्र घर बैठे सुरक्षित कर रहे है । जो बच्चे आत्मविश्वास की कमी के चलते कक्षाओं में सवाल पूछने से कतराते थे, वे भी बेहिचक सवाल पूछा करते हैं ।

गौरतलब है कि नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के पतरंग गांव स्थित चेतना सर्विंग ह्यूमैनिटी संस्थान के तत्वावधान में इसके सचिव चेतना के पहल पर नवादा में निःशुल्क सामुदायिक पाठशाला की शुरुआत किया गया है। इस व्यवस्था को सबसे पहले भागलपुर में शुरू गया, जो पुलिस पाठशाला के नाम से आज भी सैकड़ों गरीब छात्रों का भविष्य बनाने में जुटा है। इसके बाद दूसरी सामुदायिक पाठशाला मुजफ्फरपुर में कार्यरत है और छात्रों के बीच में एक सकारात्मक पहल के रूप में चर्चा का विषय बना हुआ है.

पूर्व के दोनों सामुदायिक पाठशालाओं ने अनेक छात्रों को सशक्त बनाने का कार्य किया है। इससे जुड़ कर आज सैकड़ों विद्यार्थी सरकारी नौकरी प्राप्त कर चुके ह।. इस पाठशाला द्वारा छात्रों को सही दिशा में मेहनत, अनुशासन एवं आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। संस्था सचिव ने बताया कि इस पाठशाला में विद्यार्थियों से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है ।

उन्होंने बताया कि यहां शिक्षा देने वाले सभी गुरुजन भी निःशुल्क पढ़ाया करते है। जिसे शिक्षा सेनानी कहा जाता है इसी क्रम में वाट्सएप पर छात्रों को स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा है । नवादा ज़िले में प्रतियोगी परीक्षा हेतु शिक्षा को और बेहतर बनाने में ऑनलाइन क्लास लेने में ज़िले, राज्य और राज्य के बाहर के कई नामचीन शिक्षकों का योगदान रहा है।

दिल्ली से सुजीत सर, असम से चन्दन सर, असम से संदीप सर, नवादा से राज सर, भागलपुर से राजेन्द्र चंद्रवंशी, पटना से सुधाकर सर, भागलपुर से रविकांत सर, भागलपुर से सुनील सर, नवादा से रंजीत सर, मुजफ्फरपुर से प्रवीन सर, गया से राकेश सर, मुज़फरपुर से मनोज सर, मुजफ्फरपुर से सी.एस. तिवारी सर, नवादा से अमरदीप सर, मुजफ्फरपुर से जय प्रकाश सर प्रमुख रूप से नि:स्वार्थ शिक्षा दान किया है ।