नतीजों से बिहार में सियासी बवंडर, तेजस्वी का कद बढ़ा, चौंक गए नीतीश!
पटना : उपचुनाव के नतीजे आने के साथ ही प्रदेश में सियासी बवंडर उठ खड़ा हुआ है। जहां इन नतीजों के बाद राजद नेता तेजस्वी का कद बढ़ा, वहीं एनडीए नेता और सीएम नीतीश कुमार को जबर्दस्त झटका लगा। उनकी पार्टी जदयू किसी तरह महज नाथनगर में जीत दर्ज कर लाज बचा सकी। उधर महागठबंधन के घटकों की भी विश्वसनीयता उपचुनाव में माइनस हुई और नाथनगर से जीतन राम मांझी का कैंडिडेट जमानत भी नहीं बचा सका। उपचुनाव में 2 सीटों पर मिली जीत से गदगद राजद ने अपनी 2 सीटिंग सीटें गंवाने वाले सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा तक मांग दिया। एनडीए में भाजपा को भी किशनगंज सीट पर करारी हार मिली है।
राजद ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि इन नतीजों को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए। जनता अब सीएम नीतीश कुमार को पसंद नहीं कर रही है। अब नीतीश कुमार किस मुंह से सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे। रालोसपा नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने भी उपचुनाव के नतीजे को लेकर सीएम नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नतीजों से नीतीश के विकास के दावे की पोल खुल गई है। सिर्फ नारों और घोषणाओं के बल पर सीएम नीतीश अब कितने दिन राज करेंगे।
एनडीए मायूस, जदयू का पलटवार
इधर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि चुनावी नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं हैं। हालांकि इन नतीजों से हम 2020 की चुनावी तैयारियों में ज्यादा धार दे पायेंगे। विपक्ष द्वारा सीएम नीतीश के इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि पहले राजद तेजस्वी यादव को काम करने के लिए ऐक्टिव तो करे। वे कब यहां रहेंगे, और कब बिहार की जनता को छोड़कर बैंकाक निकल जायेंगे, इसका कोई ठिकाना नहीं। साल 2020 में नीतीश कुमार की छवि, विश्वसनीयता, विकास कुछ ऐसे सवाल हैं, जहां हम विरोधियों से मीलों आगे हैं।