नारदीगंज बम विस्फोट में पूर्व मुखिया के परिजनों पर केस, तीन गिरफ्तार
नवादा : नवादा जिलांतर्गत नारदीगंज बाजार में शनिवार शाम पूर्व मुखिया के घर हुए बम विस्फोट मामले में प्राथमिकी थाने में दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी में नारदीगंज पंचायत की पूर्व उप मुखिया सह वार्ड सदस्य मो. नौशाद, उनके भाई मो. तुफैल, बहन अनवरी खातून उर्फ टुनी और एक अन्य महिला जाफरीन खातून पति एजाज कादरी को आरोपित किया गया है। जाफरीना पूर्व उप मुखिया की भाभी बताई गई हैं। मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपित पूर्व उप मुखिया फरार हैं। आरोपितों को रविवार शाम जेल भेज दिया गया। जांच की जिम्मेदारी अवर निरीक्षक मदन कुमार सिंह को सौंपी गई है।
घटनास्थल से 40 किलो संदिग्ध विस्फोटक बरामद
घटनास्थल से करीब 40 किलोग्राम विस्फोटक जैसा पदार्थ बरामद किया गया है। प्राथमिकी के अनुसार विस्फोट की घटना के बाद जब जांच करने पुलिस पहुंची तो वहां विभिन्न स्थानों से विस्फोटक जैसा काफी सामान बरामद हुआ। 15 लीटर के एक डब्बे में आठ किलोग्राम, एक पीला बोरा 10 किलोग्राम और एक अन्य बोरा से 11 पैकेट में कुल 22 किलोग्राम विस्फोटक जैसा सामान जब्त कर लिया गया है। जब्त सामग्रियों को जांच के लिए भेजा जाएगा।
एफएसएल टीम ने की जांच
घटना के दूसरे दिन एफएसएल की चार सदस्यीय टीम नारदीगंज पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। वहां विस्फोट के बाद पड़े मलवे के नमूने लिए। घंटों एफएसएल की टीम घटनास्थल को खंगालती रही। इस दौरान बरामद संदिग्ध विस्फोटक सामग्री का नमूना भी जांच के लिए एफएसएल टीम अपने साथ ले गई। एफएसएल टीम की जांच के दौरान आसपास के बड़ी संख्या में लोग तमाशबीन बने रहे। एफएसएल टीम को वहां क्या कुछ मिला इस बावत कोई पदाधिकारी कुछ बताने से परहेज करते रहे। इस दौरान एसडीपीओ सदर विजय कुमार झा, इंस्पेक्टर सूर्यमणि राम आदि मौजूद थे।
क्या है पूरा मामला
नारदीगंज बाजार के इमामबाड़ा के पास शनिवार शाम पूर्व उप मुखिया व वर्तमान में वार्ड सदस्य मो. नौशाद अहमद के घर अचानक बम विस्फोट हुआ। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। सूचना के बाद थानाध्यक्ष मामले की जांच पड़ताल करने पहुंचे। एसडीपीओ सदर विजय कुमार झा भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। इस दौरान घर में मौजूद परिवार के तीन सदस्यों को हिरासत में लिया गया। हालांकि उस वक्त तक घर में मौजूद परिजनों ने पटाखा फूटने की बात कही थी। एफएसलएल टीम के आने तक घर पर सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई थी।