पटना : बारिश के पानी से उत्पन्न सड़ांध और महामारी से त्रस्त राजधानी पटना के लोगों का आक्रोश आज शहर के विभिन्न इलाकों में फूट पड़ा। पॉश इलाके राजेंद्रनगर और पाटलिपुत्र में एक सप्ताह बाद भी तीन फीट तक जलजमाव है। सड़ते पानी से संक्रमण फैल रहा है। पटना में डेंगू के मरीजों की संख्या आठ सौ का आंकड़ा छूने जा रही है। वहीं, ब्लिचिंग पाउडर के छिड़काव और फॉगिंग के नाम पर महज ऊंट के मुंह में जीरा वाली खानापूर्ति की जा रही है। प्रशासन और सरकार के खिलाफ लोगों में जबर्दस्त गुस्से की झलक आज बाजार समिति इलाके में दिखी जहां लोगों ने सड़क पर आगजनी कर जमकर राज्य शासन को कोसा।
7 दिन बाद भी जलजमाव और सड़ांध से निजात नहीं
भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव से पटना को सात दिनों बाद भी निजात नहीं मिली है। राजेंद्र नगर, बाजार समिति, रामपुर रोड, कंकड़बाग व पाटलिपुत्र कालोनी सहित कई इलाकों में अभी भी तीन फीट तक पानी जमा है। राज्य सरकार के पास ठहरे हुए ‘कालापानी’ को निकालने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा। अब तो आलम यह कि सिर्फ सूर्यदेव का ही भरोसा रह गया है कि कब वे अपनी तपिश से इस काले पानी को सुखा दें।
राहत व बचाव अपर्याप्त, फॉगिंग, डीडीटी नदारद
राहत व बचाव कार्य अपर्याप्त होने के कारण प्रभावित लोगों की स्थिति अभी तक नारकीय बनी हुई है। इस बीच सड़ते पानी व गंदगी ने संक्रमण का खतरा पैदा कर दिया है। बीमारियों में इजाफा हुआ है। पटना में डेंगू महामारी के रूप में फैल गया है।
ऐसे में बाजार समिति समेत शहर के विभिन्न इलाकों में आम लोग खुले तौर पर सड़क पर उतर आये हैं। सबकी जुबां पर बस सरकार को सबक सिखाने का आक्रोश निकल रहा था। लोग महामारी से बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किये जाने और नगर निगम के सफाई तथा छिड़काव अभियान के नदारद होने से बेहद गुस्से में थे।
अभी तक मिले डेंगू के करीब आठ सौ मरीज
जलजमाव से परेशान पटना में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में डेंगू के 83 नए मरीज मिले। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती हैं। पीएमसीएच में अब तक 775 डेंगू के मरीज आ चुके हैं।