नकवी हो सकते हैं NDA का राष्ट्रपति कैंडिडेट, नुपुर विवाद में बने संकटमोचन !
नयी दिल्ली : राज्य सभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं और अब सियासी दलों की निगाहें होने वाले राष्ट्रपति चुनाव और लोकसभा उपचुनावों पर हैंं। ऐसे में एनडीए की सियासी चर्चाओं में एक नाम काफी हॉट बनकर उभर रहा है। मुख्तार अब्बास नकवी। हाल के नुपुर शर्मा प्रकरण में जिस तर नकवी ने मोर्चा संभाला उसने एकबार फिर बीजेपी में उनकी उपयोगिता को अहम बना दिया। अब उन्हीं मुख्तार अब्बास नकवी ने एक इंटरव्यू में ऐसा डिप्लोमैटिक शायराना अंदाज दिखाया जिससे उनके एनडीए का राष्ट्रपति कैंडिेडेट बनने के कयास लगने लगे हैं।
भाजपा का वह मुस्लिम फेस जो कई बार बना ट्रंप कार्ड
राज्य सभा चुनाव में भाजपा द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने के बाद नकवी को रामपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा द्वारा उतारे जाने की उम्मीद थी। लेकिन यहां भी बीजेपी ने घनश्याम लोधी को बीजेपी टिकट दे दिया। इसके बाद बीजेपी के मुस्लिम फेस मुख्तार अब्बास नकवी को लेकर तरह—तरह की बातें कही जाने लगी। लेकिन नकवी ने नुपुर शर्मा प्रकरण जैसे संकट काल में जिस तरह बीजेपी की ओर से मोर्चा लिया, उससे वे एक बार फिर राईट ट्रैक पर सक्रिय दिखे। इसी के बाद नकवी का एक चैनल पर इंटरव्यू आया जिसमें उनसे पार्टी में भूमिका और रामपुर उपचुनाव पर पूछा गया तो उन्होंने शायराना अंदाज में जवाब दिया—“सितारों के आगे जहां और भी हैं अभी वक्त के इम्तिहां और भी हैं”।
शायराना अंदाज में जवाब के बाद लग रहे कयास
इसी बयान के बाद बीजेपी के मुस्लिम फेस मुख्तार अब्बास नकवी के एनडीए का राष्ट्रपति प्रत्याशी बनाये जाने की हवा गरम हो गई। इसे भाजपा के अंदरूनी स्रोतों से आ रही जानकारियों से भी बल मिल रहा है कि पार्टी बतौर राष्ट्रपति इसबार किसी आदिवासी या मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाना चाह रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की ओर से किसी आदिवासी महिला या फिर मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा जा सकता है। आदिवासी महिला कैंडिडेट लिस्ट में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम चल रहे हैं।
मुस्लिम या आदिवासी भाजपा की पसंद
लेकिन राष्ट्रपति पद के लिए भाजपा के वैकल्पिक च्वॉइस पर गौर करें तों यहां केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी पूरी तरह फिट बैठ रहे हैं। नकवी न केवल पार्टी के इस समय सबसे दमदार और चुनिंदा मुस्लिम फेस हैं, बल्कि वे काफी लंबे अरसे से भाजपा के मजबूत सिपाही के तौर पर टेस्टेड हैं। ऐसे में भाजपा उन्हें राष्ट्रपति या फिर उपराष्ट्रपति के रूप में बतौर एनडीए कैंडिडेट उतार दे तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।