नहीं रहे डुमरांव महाराज कमल सिंह, प्रथम लोकसभा के थे सदस्य
बक्सर : प्रथम लोकसभा के सदस्य रहे डुमरांव महाराज कमल बहादुर सिंह का आज रविवार को तड़के निधन हो गया। उन्होंने डुमरांव स्थित अपने आवास पर सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली। महाराज कमल सिंह पिछले कुछ वर्षों से अस्वस्थ चल रहे थे। बीती रात उनकी तबीयत कुछ ज्यादा खराब हो गई। पूरी रात परिवार और उनके निजी चिकित्सक साथ रहे। लेकिन, सुबह होते-होते वे स्वर्ग सिधार गए।
कल बक्सर में होगा अंतिम संस्कार
महाराजा के जेष्ठ पुत्र युवराज चंद्रविजय सिंह के अनुसार कल सोमवार को बक्सर के गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। कमल सिंह 93 वर्ष 3 माह की आयु पूरी कर चुके थे।
52 से 62 तक रहे लोकसभा सदस्य
देश की प्रथम व दूसरी लोकसभा के सदस्य रहे महाराजा कमल बहादुर सिंह का जन्म 29 सितम्बर 1926 को हुआ था। वे महाराजा बहादुर राम रणवीजय प्रसाद सिंह व महारानी कनक कुमारी की पहली संतान थे। देहरादुन कर्नल ब्राउन कैम्ब्रीज स्कूल से अपनी शिक्षा प्रारंभ करने वाले कमल सिंह की शादी रायबरेली के तिलई राज घराना के विश्वनाथ प्रसाद सिंह की पुत्री उषा रानी के साथ हुई थी। उनकी पत्नी उषा रानी का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है। इनके दो पुत्र हैं। जेष्ठ पुत्र चंद्रविजय सिंह व छोटे पुत्र मान विजय सिंह।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने शोक जताया
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने डुमरांव महाराज पूर्व सांसद कमल सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने महाराजा के पुत्रों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। श्री चौबे ने बताया कि कमल सिंह जी विराट व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। उनका निधन मेरे लिए निजी क्षति है। बक्सर सहित संपूर्ण शाहाबाद व बिहार के विकास में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा।