संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदेश के नदिया, उत्तर 24 परगना और हावड़ा जिलों से हिंसा की खबरें आ रही है। पुलिस ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उत्तर 24 परगना और नदिया जिलों के अमदंगा और कल्याणी इलाकों के कई अहम मार्गों को बंद कर दिया।
राज्य के कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं जहां प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों तथा ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया है। साथ ही हिंसक प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने अन्य सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बड़ी संख्या में बस को आग के हवाले कर दिया है। हिंसक हमले में कुछ लोगों की मरने की भी खबर है।
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में नागरिकता कानून लागू होकर रहेगा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे नहीं रोक सकतीं। उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर राज्य में पिछले दो दिन से जारी हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा नेता ने आगे कहां अगर पश्चिम बंगाल में यह अराजकता जारी रही तो हमारे पास राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
वहीँ इस मामले पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘बंगाल में बांग्लादेश से लगे सभी जिलों में घुसपैठियों द्वारा हिन्दुओं के घरों में लूटपाट और आगजनी की जा रहा है’। इससे पहले उन्होंने बंगाल की स्थिति पर ट्वीट करते हुए कहा कि ‘जो ये सवाल उठा रहे हैं कि NRC क्यों जरुरी है, तो उन्हें पश्चिम बंगाल की हालत पर नजर डालना चाहिए। यहाँ हिंसा और आगजनी की घटनाओं में वही घुसपैठिए संलग्न हैं, जिन्हें ममता बनर्जी ने वोट बैंक की खातिर राज्य में बसा रखा है ! इन्हें खदेड़ने के लिए ही ऐसा कानून जरुरी है !