नागपंचमी 13 को, 108 वर्ष बाद सावन में बन रहा दुर्लभ संयोग

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स्वत्व डेस्क : 13 अगस्त शुक्रवार को देशभर में नागपंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित रामानुज के अनुसार इस बार पड़ने वाली नाग पंचमी कई मायनों में खास होने वाली है। इस साल नाग पंचमी पर लगभग 108 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए यह दुर्लभ संयोग अति लाभदायक है।

काल सर्प दोष से मिलेगी मुक्ति

हिंदू धर्म में नागपंचमी का खासा महत्व है और भक्तजन सर्पों की प्रतिकात्मक पूजा करते हैं। मान्यता है कि सर्पों को अर्पित की जाने वाला पूजा से जातक के विकट से विकट बाधाएं भी दूर हो जाती है। लोग इस अवसर पर नाग देवता के प्रतिनिधि के रूप में जीवित सर्पों या उनके प्रतीकों की पूजा करते हैं। हम अक्सर सुनते हैं कि अमुक व्यक्ति कालसर्प दोष से पीड़ित है जिस कारण वह हमेशा चौतरफा परेशानी से घिरा रहता है। काल सर्प दोष पिछले जन्‍म में किए किसी अशुभ कर्म के कारण बनता है। इस बार नागपंचमी पर उत्तरा योग और हस्त नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है। ऐसे में इस दिन काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए की जानें वाली पूजा सबसे अधिक प्रभावशाली होती है।

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नागपंचमी के दिन करें ये उपाय

काल सर्प दोष दूर करने का सबसे अचूक उपाय है कि इस दिन किसी सपेरे से नाग-नागिन का एक जोड़ा खरीदकर उसे जंगल में ले जाकर छोड़ दिया जाए। इसके अलावा कोई ऐसा शिवलिंग जहां पर पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो, वहां पंच धातु का बना नाग विधि-विधान से लगवा दें। इसके बाद शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करके भगवान शिव और नाग देवता का आशीर्वाद लें। इससे भी कालसर्प दोष दूर हो जाएगा।

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