पटना : महामारी का रूप अख्तियार कर चुके दिमागी बुखार से सवा सौ बच्चों की मौत के बाद आज मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे। लोगों में मचे हाहाकार के बीच जैसे ही वे एसकेएमसीएच में दाखिल हुए, लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। नीतीश गो बैक, हत्यारी सरकार आदि के नारों के साथ उन्हें वहां लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बाहर खड़े लोगों ने भी ‘नीतीश गो बैक’ के नारे लगाए और उन्हें काले झंडे दिखाये।
दिमागी बुखार पर चौतरफा निंदा झेल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी बच्चों की मौत का सिलसिला शुरू होने के 17 दिन बाद स्थिति का जायजा लेने यहां पहुंचे थे। जानकारी हो कि बिहार में 20 वर्षों से जारी चमकी के कहर के दौरान 15 वर्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शासन रहा है। हर वर्ष मौतें होती हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब सीएम ने मुजफ्फरपुर का दौरा किया। वह भी इस वर्ष चमकी या दिमागी से मौत के 17 दिन बीत जाने के बाद।
प्रशासन को आज मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान हंगामे का इनपुट मिला था जिसको लेकर एसकेएम अस्पताल परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। लेकिन लोगों का गुस्सा इतना था, कि सारे इंतजाम धरे के धरे रह गए। जमकर नारेबाजी हुई और काले झंडे दिखाए गए।
मुख्यमंत्री के दौरे के क्रम में मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे थे। इस दौरान बीमार बच्चों को सुरक्षाकर्मियों ने अस्पताल के अंदर आने से रोका। इसपर लोगों का आक्रोश भड़क उठा। चमकी बुखार शुरू होने के 17 दिन बाद मुख्यमंत्री के मुजफ्फरपुर आने और अस्पताल में सुविधाओं की कमी से लोग काफी नाराज दिखे।