मुजफ्फरपुर में मंत्रियों पर फूटा लोगों का गुस्सा, अर्धनग्न प्रदर्शन

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मुजफ्फरपुर : बिहार में महामारी का रूप ले चुके दिमागी या चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा 100 के करीब पहुंचने के बाद लोगों का गुस्सा शासन—प्रशासन पर फूट पड़ा। इसका प्रत्यक्ष नजारा आज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में तब देखने को मिला, जब यहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन और उनके राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को लोगों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा।

दुखड़ा सुनाना चाह रहे थे परिजन, मंत्री बढ़ गए आगे

मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में बच्चों की इलाज का जायजा लेने के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन व अश्विनी चौबे के सामने लोगों ने हंगामा किया। एक भड़के युवक ने गुस्से में आकर अपने कपड़े उतार दिये और अर्धनग्‍न होकर प्रदर्शन करने लगा। लोग तब और आक्रोशित हो गए जब एक मरीज के परिजन मंत्रियों के सामने अपने बच्चे को बचा लेने की गुहार लगाई। इसबीच स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री अश्विनी चौबे उस मरीज के परिजन की गुहार लगा चुकने के बाद दूसरे वार्ड में जाने लगे। इस पर परिजनों की भीड़ ने समझा कि मंत्री उनकी बात अनसुनी कर रहे हैं। बस फिर क्या था, वे लोग काफी गुस्से में आ गए। उस दौरान सभी मंत्री दूसरे वार्ड में चमकी बुखार के मरीजों का हाल लेने दूसरे वार्डों में जा रहे थे।

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फर्श पर लिटाकर बच्चों का हो रहा इलाज

इधर मंत्रियों को आज अस्पतालों की हकीकत से भी दो—चार होना पड़ा। मंत्रीगण पीआईसीयू में भर्ती बच्चों को देख रहे थे। दो पीआईसीयू के बीच में सामान्य वार्ड भी है। यहां भर्ती एक मरीज के परिजन ने अपने मरीज को देख लेने की जिद स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍यमंत्री से की। लेकिन उसकी मांग नही मानकर मंत्री जब पीआईसीयू की ओर चले गए, तो हंगामा खड़ा हो गया। युवक ने बताया कि उसका भाई अस्‍पताल की गैलरी में दो महीने से पड़ा है। उसका इलाज फर्श पर ही किया जा रहा है।

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