मुर्गे की मर्डर मिस्ट्री में उलझी कैमूर पुलिस, पोस्टमार्ट रिपोर्ट से भी मदद नहीं
पटना : कैमूर पुलिस एक ऐसी उलझन से दो—चार है कि उसे कुछ सूझ नहीं रहा। मामला एक हत्या का है। लेकिन हत्या किसी इंसान नहीं, बल्कि एक मुर्गे की। यहां तक कि पुलिस को नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मुर्गे का पोस्टमार्टम भी कराना पड़ा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई। लेकिन पुलिस को सूझ नहीं रहा कि अब आगे वह क्या और किस तरह से कार्रवाई करे। पुलिस फिलहाल मुर्गे के हत्यारे को ढूंढने में लगी हुई है।
घटना कैमूर जिले के दुर्गावती थानांतर्गत तिरोजपुर गांव की है। बताया जाता है कि तिरोजपुर गांव की निवासी कमला देवी ने एक मुर्गा फार्म खोल रखा है। एक दिन पड़ोसी ने दौड़ाकर एक मुर्गे को पकड़ लिया और उसे मार डाला। मुर्गा फार्म चलाने वाली कमला देवी ने अपने मुर्गे की हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी।
पुलिस ने बताया कि कमला देवी के पड़ोसी ने दौड़ाकर मुर्गा को पकड़ लिया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद विवाद शुरू हुआ तो आरोपियों ने मुर्गा फार्म चलाने वाले कमला देवी और उसके पुत्र इंदल को पीट पीटकर जख्मी कर दिया। जिसके बाद पीड़ित कमला देवी ने दुर्गावती थाने में मामला दर्ज करवा दिया।
इसके बाद पुलिस ने मुर्गे का पोस्टमार्टम प्रखंड पशु अस्पताल में कराया। लेकिन पोस्टमार्ट करने वाले डाक्टर के बयान से मामला और पेचीदा हो गया। इसके अनुसार मुर्गे के गर्दन पर ब्लड रुकने का प्रमाण मिला है। इस रिपोर्ट के कारण पुलिस हत्यारे को चिह्नित करने में परेशानी में पड़ गई है क्योंकि मुर्गों में बीमारी के कारण भी ऐसा होता है। कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है और छानबीन जारी है।