लखनऊ : प्रयागराज में शनिवार की देर शाम एसटीएफ और धूमनगंज पुलिस द्वारा मेडिकल टेस्ट कराने के बाद लौटते समय अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस कस्टडी में लौटते समय अचानक बाइक सवार हमलावर वहां पहुंचे। उस समय अतीक रास्ते में चलते हुए मीडिया के सवालों का उत्तर दे रहा था। तभी हमलावर भी पत्रकार बनकर मीडिया वालों की भीड़ में शामिल हो गए और अतीक और अशरफ के करीब जाकर नजदीक से उन दोनों की कनपटी में गोली मार दी। इसके बाद हमलावर दोनों पर लगातार फायरिंग करते रहे। वहां मौजूद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और तीन हमलावरों को हथियार समेत स्पॉट पर ही दबोच लिया।
मेडिकल के बाद अस्पताल के बाहर हुआ हमला
घटना प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर घटित हुई जिसमें करीब हमलावरों ने अतीक और उसके भाई पर 15 राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग की। दोनों को पुलिस कस्टडी में धूमनगंज थाने से मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया गया था। अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस और मीडिया के रहते हुए इस हमले में कांस्टेबल मान सिंह भी घायल हुआ है।
राजू पाल और उमेश पाल हत्याकांड में हाथ
अतीक और अशरफ अहमद की प्रयागराज समेेत समूचे यूपी में अपराध की दुनिया में तूती बोेलती थी। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड और उस केस में गवाह उमेश पाल की इसी वर्ष फरवरी में हुई हत्या के पीछे माफिया अतीक अहमद का हाथ बताया जा रहा था। इससे पहले अभी दो दिन पहले ही उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त और अतीक अहमद का बेटा असद यूपी एसटीएफ द्वारा झांसी में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया था।