मुंगेर : बिहार में मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरधे गांव में हथियार तस्कर मंजर आलम के घर में कुएं से पुलिस ने फिर भारी मात्रा में एके—47 के कलपुर्जे बरामद किये हैं।
मुंगेर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने अब मुंगेर के शस्त्र-तस्करों के साथ माओवादी उग्रवादियों के संबंध की भी छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मुंगेर से अबतक बरामद 20 एके—47 रायफल के मामले में गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उन्होंने माओवादी उग्रवादियों के हाथों भी इन घातक हथियारों की आपूर्ति की है।
एसपी बाबू राम ने बताया कि मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित भारत सरकार के सेन्ट्रल आॅर्डिनेन्स डीपो से वर्ष 2012 से 2018 के बीच चोरी-छिपे तस्करी द्वारा मुंगेर में लाए गए 70 एके—47 राइफलों में से अबतक 20 की बरामदगी हो चुकी है। जबकि 50 राइफलों की बरामदगी के लिए सघन छापेमारी जारी है। एके—47 मामले में पुलिस द्वारा जबलपुर में गिरफ्तार सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो से आर्मरर पद से सेवानिवृत्त पुरुषोत्तम लाल रजक, उसका पुत्र शिवेन्द्र रजक और डिपो का वरिष्ठ स्टोरकीपर सुरेश ठाकुर को रिमांड पर लेकर पूछताछ से कई मामलों का खुलासा होगा।
इस बीच, पुलिस सूत्रों ने बताया कि आज दोपहर भी पुलिस अधीक्षक बाबू राम के नेतृत्व में पुलिस ने मुंगेर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एके—राइफलों की तलाश की जिस दौरान भारी मात्रा में कल—पूर्जे बरामद हुए।