MLC चुनाव : RJD के प्रत्याशियों ने भरा नामांकन पर्चा, कांग्रेस का सपना रह गया अधूरा
पटना : बिहार विधान परिषद के होने वाले चुनाव को लेकर राजद के तरफ से निर्धारित किए गए तीनों प्रत्याशी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। राजद के तीन उम्मीदवार मुन्नी रजक, कारी सोहेब और अशोक कुमार पाण्डेय ने बिहार विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान प्रत्याशियों के साथ बिहार विधानसभा के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव, साथ ही कई राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के अलावा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
वहीं, इस नामांकन के दौरान सबसे आश्चर्यचकित करने वाली बात यह रही की अब तक विधान परिषद चुनाव को लेकर राजद के तरफ से उतारे गए प्रत्याशियों का विरोध कर रहे वामदल भी इसके समर्थन में नजर आए। वाम दल के वरिष्ठ नेता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ गर्मजोशी से मिलते दिखे। वहीं, तेजस्वी यादव से इस मुलाकात के बाद यह बात स्पष्ट हो गया है कि अब राजद के तीसरे उम्मीदवार को भी विधान परिषद जाने में कोई तकलीफ नहीं होगी।
बता दें कि, इससे पहले कल तक कांग्रेस और वाम दल के नातायों के तरफ से इस बात का दावा किया जा रहा था कि राजद ने बिना कांग्रेस और वामदलों से पूछे हुए तीनों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। जानकारी हो कि, वामदल के तरफ से तो पत्र लिखकर भी इसका विरोध जताया गया था, जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि वामदल कांग्रेस अलग अपना प्रत्याशी उतारेगी लेकिन अब इन कयासों पर विराम लगता हुआ नजर आ रहा है।
1 सीट के लिए चाहिए 31 विधायकों का समर्थन
जानकारी हो कि, बिहार विधान विधान परिषद में 1 सीट के लिए 31 विधायकों का समर्थन चाहिए। ऐसे में राजद को तीनों सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए कम से कम 93 विधायकों का समर्थन चाहिए। वहीं, राजद के पास फिलहाल विधायकों की संख्या 76 है, ऐसे में उनको अन्य दलों का समर्थन लेना बेहद जरूरी होगा। ऐसे में राजद को वामदलों के 15 विधायकों का वोट मिलेगा तभी उसकी जीत तय होगी। विधानसभा में माले के 12 और भाकपा माकपा के तीन विधायक हैं। अब नामांकन के दौरान वामपंथी दलों के नेताओं के राजद के साथ आने से अब यह साफ हो गया है कि एमएलसी चुनाव में राजद के तीनों उम्मीदवार की जीत लगभग तय है।