एमएलसी चुनाव : सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही भाजपा, निर्दलीय ने नेतृत्व को दिया कड़ा संदेश
पटना : स्थानीय प्राधिकार कोटे से बिहार विधान परिषद चुनाव में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है। अब तक जिन सीटों पर परिणाम आए हैं उसमें सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों भी अपना गढ़ बचाने में कामयाब दिखे।
अभी तक 10 सीटों के परिणाम जारी किए गए हैं जिसमें 9 सीटों पर एनडीए को जीत मिली है। वहीं, अनौपचारिक परिणाम की बात करें तो सिवान पटना मुंगेर और गया सीट से राजद उम्मीदवार जीत रहे हैं। इसके अलावा जदयू मुजफ्फरपुर से दिनेश सिंह, नालंदा से रीना यादव और आरा से राधाचरण सेठ जीत दर्ज कर चुके हैं।
इसके अलावा भाजपा के औरंगाबाद से दिलीप सिंह, पूर्णिया से दिलीप जायसवाल, समस्तीपुर से तरुण कुमार, गोपालगंज से राजीव सिंह, कटिहार से अशोक अग्रवाल, दरभंगा से सुनील चौधरी और सहरसा से नूतन सिंह बढ़त बनाए हुए हैं। बेगूसराय से भाजपा के रजनीश कुमार पीछे चल रहे हैं, यहां से जदयू एमएलसी संजीव सिंह के भाई राजीव सिंह कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े थे और वे अभी सबसे आगे हैं। हालांकि, बेगूसराय में मतगणना हॉल में नोकझोंक की खबर है।
दलीय आधार से हट कर बात करें तो नवादा से राजद के बागी अशोक यादव, सारण से भाजपा के बागी सच्चिदानंद राय और मधुबनी से राजद के बागी अंबिका यादव जीत दर्ज कर चुके हैं। जो भी निर्दलीय जीत दर्ज किए हैं, उनके बारे में यह चर्चा आम थी कि पार्टी इन लोगों को हर हाल में टिकट देगी लेकिन, ऐन वक्त पर पार्टी ने इन्हें बेटिकट कर दिया।