पटना : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि मिथिला और महाकवि विद्यापति के बिना भारत की संस्कृति अधूरी है। बिहार का मिथिलांचल ज्ञान साधना की आदि भूमि है। मंडान मिश्र मां भारती और शंकराचार्य के बीच शास्त्रार्थ से भारत की ज्ञान परम्परा समृद्ध हुई थी। वे चेतना समिति के तत्वाधान में मिलेर स्कूल में आयोजित विद्यापति उत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि मिथिला की संस्कृति से बिहार का विश्व में पहचान है। इस अवसर पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार में पटना के बाद मिथिलांचल के प्रमुख शहर दरभंगा में एम्स का निर्माण कराया जाएगा। समारोह में PHED मंत्री विनोद नारायण झा भी उपस्थित थे। समारोह में आये अतिथियों का मिथिला पाग और स्मृति चिन्ह देकर के स्वागत किया गया।