‘मिशन-24’ महज तेजस्वी से छलावा, नीतीश बोले-विपक्ष का पीएम कैंडिडेट नहीं
पटना : मिशन-2024 को लेकर आज शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान देते हुए यह साफ कह दिया कि वे विपक्ष का पीएम कैंडिडेट नहीं बनेंगे। जहां तक बात राहुल गांधी की है तो उन्हें उनसे कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में यह क्लियर इंडिकेशन है कि नीतीश का ‘मिशन 24’ तेजस्वी यादव के लिए महज एक छलावा मात्र ही है। वे कब किधर पलटी मार दें, कुछ कहा नहीं जा सकता।
पीएम कैंडिडेट राहुल गांधी से कोई दिक्कत नहीं
बिहार सीएम नीतीश ने आज मीडिया वालों के पूछने पर साफ कहा कि वे पीएम पद की रेस में नहीं हैं। उनसे इस बारे में पत्रकारों ने एमपी के कांग्रेस नेता कमलनाथ के उस बयान के संदर्भ में सवाल किया जिसमें कमलनाथ ने राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा कहा था। इसी पर अपनी प्रतिक्रिया में नीतीश ने कहा कि हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।
तेजस्वी को मुगालते में रखने की तिकड़म
अब राजनीतिक विश्लेषकों ने नीतीश के इस ताजा बयान पर कहा कि इससे इतना तो स्पष्ट है कि या तो नीतीश कुमार तेजस्वी को बिहार के सीएम पद के मुगालते में रखने की तिकड़म कर रहे हैं। या फिर वे वाकई बिहार की राजनीति से बाहर निकलकर केंद्र की सरकार को महागठबंधन द्वारा सपोर्ट की एवज में लांग टर्म में अपने लिए केंद्र में किसी बड़े संवैधानिक पद को भुनाने की जमीन तैयार करने के एजेंडे पर चल रहे हैं।
केंद्र को सपोर्ट के बदले संवैधानिक पद
बिहार की सियासत और नीतीश कुमार की राजनीति पर बारीक नजर रखने वालों के अनुसार नीतीश तब तक तेजस्वी के लिए सीएम सीट नहीं खाली करेंगे जबतक उनकी गोटी केंद्र में सेट नहीं हो जाए। ऐसे में वे आराम से महागठबंधन की सीएम बने रहेंगे और तेजस्वी तथा राजद को सीएम पद का लॉलीपॉप दिखाते रहेंगे। एक और संभावना है कि नीतीश को एनडीए में भी कोई वैकेंसी अपने लिए दिखी तो कभी भी कोई निर्णय ले सकते हैं।