पटना : कांग्रेस ने एक तीर से दो निशाने साधते हुए बिहार में आज अपनी पार्टी के सीएम फेस के तौर पर पूर्व लोकसभा स्पीकर और जगजीवन बाबू की पुत्री मीरा कुमार का नाम पेश कर दिया। कांग्रेस एमएलसी और वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने मीरा कुमार को पार्टी का बड़ा चेहरा बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी बिहार सहित देश के कई राज्यों में सत्ता में रही है। पार्टी में और भी बड़े चेहरे मौजूद हैं जो हर जिम्मेदारी उठाने को तैयार हैं।
तेजस्वी और नीतीश दोनों से बनाई दूरी
साफ है कि कांग्रेस ने इस ताजा कदम के जरिये राजद के तेजस्वी और जदयू के नीतीश कुमार को एकसाथ स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन और एनडीए में जब—तब सीएम फेस पर भौंहें तननी शुरू हो गईं हैं। इसके लिए दोनों ही खेमों में कांग्रेस की भूमिका भी ढूंढी जाती रही है। लेकिन राजद हो या जदयू दोनों ने इस भूमिका में कांग्रेस को पिछलग्गू वाला ही दर्जा दिया। लेकिन अब कांग्रेस ने अपना नेता आगे कर राजद और जदयू दोनों को स्पष्ट संदेश दे दिया।
RJD का फरमान नहीं मानेगी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर किचकिच झेल चुकी कांग्रेस इस बार शुरू से ही दबाव बनाने की राजनीति में जुट गई है। इसी के तहत कांग्रेस ने राजद के तेजस्वी यादव के बदले पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का नाम सीएम फेस के लिए उछाला है। कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि कांग्रेस में चेहरों की कमी नहीं है इसके साथ ही उन्होंने पूर्व लोकसभा अध्याक्ष मीरा कुमार को बिहार का बड़ा चेहरा बताया।
इस बार पार्टी को चाहिए ज्यादा सीटें
कांग्रेस इस बार विधानसभा में खुद को लीड रोल में रखना चाहती है। कांग्रेस को पिछली बार 46 सीटें मिलीं थी। लेकिन इस बार कांग्रेस का दावा है कि वो इससे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लोकसभा चुनाव में 11 सीटों पर बात होने के बाद भी उसे राजद ने महज 9 सीटें ही दिया था। उधर जदयू भी अपनी राजनीति के लिए यदा—कदा कांग्रेस का उपयोग अपने सहयोगी पर दबाव बनाने के लिए करती रही है। ऐसे में कांग्रेस ने उसे भी यह साफ कर दिया है कि यदि उसका साथ चाहिए तो वह समान स्तर वाला ही हो सकता है। स्पष्ट है कि विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मीरा कुमार का नाम आगे कर दोनों ही गठबंधनों को क्लियर मैसेज दे दिया है।