हम प्रवक्ता के बयान पर बोले मंत्री नीरज बबलू- मेरा नहीं अपने बेटे की करें चिंता
पटना : बिहार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा ब्राह्मणों को लेकर दिए गए बयानों को अब राजनीतिक रंग देना शुरू हो गया है। इस बार मांझी पर विपक्षी दलों के नेता के बदले खुद उनके ही गठबंधन के नेता हमला बोल रहे हैं। जहां सरकार के मंत्री और भाजपा नेता के तरफ से जीतन राम मांझी को राजनीति छोड़ राम नाम जपने की सलाह दी तो वहीं, दूसरी तरफ से इसका पलटवार करते ‘हम’ के तरफ से कहा गया कि यदि हम हट जाएं तो एनडीए सरकार के मंत्री राम नाम जपने लगेंगे।
मेरा ही नहीं बल्कि उनके बेटे की भी छीन जाएगी ऐशो आराम
वहीं, अब एक बार फिर से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता द्वारा दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि “मांझी जी के मेरी कुर्सी की नहीं, बल्कि उन्हें अपने बेटे की चिंता करनी चाहिए। वह भी मंत्री हैं। मेरा मंत्री पद जाएगा तो मांझी के बेटे का मंत्री पद छीन जाएगा, उनके ऐशो आराम भी छिन जाएंगे।”
टीआरपी पाने के लिए जो मन में आता है वह बोलते रहते हैं
नीरज बबलू ने कहा कि कुछ लोग टीआरपी पाने के लिए जो मन में आता है वह बोलते रहते हैं। अगर उन्हें लगता है कि चार विधायकों से सरकार चल रही है। यह उनकी गलतफहमी है।
मंत्री ने कहा कि बिहार में सरकार सभी के समर्थन से चल रही है। इसके साथ कहा कि जो लोग मेरे हैसियत के बारे में बोलते हैं उनको पहले अपने हैसियत देख लेनी चाहिए।
दरअसल, इससे पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बिहार सरकार के मंत्री नीरज बबलू पर निशाना साधते हुए कहा कि नीरज बबलू कौन होते हैं मांझी जी को सलाह देने वाले? यदि हम अपने पार्टी के चार विधायक को हटा लें तो एनडीए को औकात मालूम पड़ जाएगी। उन्होंने कहा था कि जो लोग अभी मंत्री का स्वैग दिखाते हैं, सब धरा का धरा रह जाएगा। रोड पर आकर राम -राम करने लगेंगे।
बता दें कि, कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि ‘आज कल हमारे गरीब तबके में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है। सत्य नारायण पूजा का नाम हम नहीं जानते थे लेकिन ‘साला’ अब हम लोगों के हर टोला में उनकी पूजा हो रही है। पंडित ‘हरामी’ आते हैं और कहते हैं कि हम खाएंगे नहीं, हमको नगद ही दे दीजिए”। जिसके बाद उनका यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।