मेघालय के मुख्य न्यायाधीश ने सोमवार को ही पदभर ग्रहण किया था। पदभार ग्रहण करने के दूसरे दिन यानी मंगलवार को उन्होंने आशंका के आधार पर स्वयं को कोरन्टाइन कर लिया है। दरअसल लाॅकडाउन के बावजूद मेघालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विश्वनाथ समद्दर को प्रयाग से चलकर दो हजार से भी अधिक किलोमीटर की दूरी तय कर शिलॉन्ग पहुंचना पड़ा था।
जस्टिस समद्दर शुक्रवार को कार से प्रयागराज से मेघालय की यात्रा पर निकले थे। शनिवार को वह कोलकाता पहुंचे थे। यहां कुछ घंटों आराम करने के बाद शाम को शिलॉन्ग के लिए निकले थे। इस दौरान वे कई स्थानों पर रूके जहां संक्रमण की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। सम्पर्क में आने के बारे में कुछ भी निश्चित नहीं होने के कारण उन्होंने ऐहतियात के तौर पर यह निर्णय लिया। होम कोरन्टाइन के बीच वह अपने आवास से ही जरूरी मामलों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करेंगे।
मालूम हो कि मेघालय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए जस्टिस विश्वनाथ समद्दर और मुंबई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए जस्टिस दीपांकर दत्ता ने 2000 किमी से अधिक की दूरी तय कर अपने-अपने गंतव्य स्थलों तक पहुंचे। वहीं ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए जस्टिस मुहम्मद रफीक ने शिलॉन्ग से करीब 1500 किलोमीटर की दूरी तय कर भुवनेश्वर पहुंचे। तीनों ने न्यायाधीशों ने सोमवार को ही अपनी-अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं।