भारतीय मजदूर संघ का 20वां त्रयवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन प्रारंभ
पटना: विश्व के मजदूरों के लिए संघर्ष करने की रणनीति पर भारतीय मजदूर संघ कार्य कर रही है। वामपंथी और पूंजीपंथी सोच के कारण पुरी दुनिया में संघर्ष बढ़ा। वामपंथियों ने कल कारखाने बंद करवाए वहीं पूंजीवादी सोच के कारण मजदूर शोषण का शिकार हुआ। भारतीय मजदूर संघ देशहित में और श्रम का सम्मान सर्वोपरि मानती है। जो ऐसा नहीं करेगा उसके विरुद्ध मोर्चा खोलकर संघर्ष किया जाता है। इसी संघर्ष के कारण आज भारतीय मजदूर संघ की एक विशेष पहचान बनी है। उक्त विचार भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय महामंत्री रविन्द्र हिमते ने व्यक्त किया।
पटना के मर्चा-मर्ची रोड स्थित केशव विद्या मंदिर के प्रांगण में भारतीय मजदूर संघ के 20वें त्रैवार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरन्मय पंड्या ने कोरोना काल में संघ की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि इस संकट काल में कार्यकर्ताओं ने पूरे मनोयोग से समाजसेवा किया। संघ निरंतर अपने कार्य को अंजाम दे रहा है। जिस प्रकार के हालात बन रहे हैं, उससे लगता है कि आनेवाला दिन काफी संघर्षमय होगा। मजदूर हितों का अगर क्रियान्वयन नहीं हुआ तो मजदूर संघ नुक्कड़ तक अपनी लड़ाई ले जायेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सह सरकार्यवाह व अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य वी भागैय्या ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय मजदूर संघ आरंभिक काल से ही श्रमिक हित के संरक्षण का हिमायती रहा है l मजदूर क्षेत्र में भारतीय मजदूर संघ सबसे बड़ा संगठन है, जो मजदूर हित के साथ-साथ सनातन संस्कृति की दृष्टि से समाज मन को जागृत कर रहा है l
अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि श्री भागैय्या ने कहा है कि भारतीय मजदूर संघ मजदूरों का, मजदूरों के लिए एवं मजदूरों द्वारा संचालित श्रमिक संगठन है l यह श्रमिक संगठन सभी प्रभावों से मुक्त है l किसी भी राजनीतिक दल से बीएमएस का जुडाव नहीं है। यह संगठन राष्ट्र हित, उद्योग हित के साथ श्रमिक हित की बात करता है। उन्होंने कहा है कि जब चीन ने भारत पर हमला किया, तो सभी दलों ने देश को कटघरे में खड़ा किया था, मगर बीएमएस के कार्यकर्ताओं ने युद्ध में भाग लिया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के दक्षिण एशिया के वरिष्ठ विशेषज्ञ सैयद सुल्तानउद्दीन अहमद ने कहा है कि आई एल ओ त्रिपक्षीय समिति होने के बाद भी श्रमिक के हित में काम करता है।
सी आई आई, बिहार के अध्यक्ष सचिन चंद्रा ने बताया कि इस राष्ट्रीय अधिवेशन में श्रमिक हित के विषयों पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद जो विमर्श निकलेगा, वो श्रमिक जगत में मार्गदर्शन का काम करेगा।
महामंत्री श्री हिमते ने केन्द्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी का शुभकामना संदेश पढ़ा। श्री जोशी ने शुभकामना में लिखा है- “महान विचारक माननीय दत्तोपंत ठेंगडी द्वारा स्थापित भारतीय मजदूर संघ के लिए राष्ट्र, मजदूर और उद्योग हित हमेशा सर्वोपरि रहा है l अपने इसी ध्येय के चलते यह संगठन बेहद कम समय में शून्य से शिखर तक का शानदार सफर तय करने में सफल रहा है।”
स्वागत भाषण देते हुए आचार्य किशोर कुणाल ने कहा है कि श्रम को स्नेह और श्रमिकों को सम्मान मिले, यही कामना है । धन्यवाद ज्ञापन बिहार विधान परिषद सदस्य संजय पासवान ने किया। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ की उपाध्यक्ष नीता चौबे, इंटक के चन्द्र प्रकाश सिंह, टी यू सी सी के महामंत्री एस पी तिवारी, पटना की महापौर सीता साहू आदि उपस्थित थीं। इसके पूर्व समारोह स्थल पर भारत माता, भगवान विश्वकर्मा एवं दत्तोपंत ठेंगडी जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं झंडोतोलन किया गया। उद्घाटन अवसर पर भारतीय मजदूर संघ, बिहार प्रदेश इकाई द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया गया, जिसका सम्पादन मुकेश कुमार सिन्हा ने किया था।