मंत्री पुत्र के खाते से पौने 3 करोड़ के साइबर फ्रॉड की कोशिश, बाल—बाल बचे
मुजफ्फरपुर : नगर विकास मंत्री के बेटे संजीव शर्मा के खाते से 2.8 करोड़ रुपए के साइबर फ्रॉड की कोशिश को एसबीआई के चीफ मैनेजर ने नाकाम कर दिया। उनकी सतर्कता से इस फ्रॉड को रोका जा सका। एसबीआई की रेड क्रॉस शाखा के चीफ मैनेजर राघवेंद्र कुमार ने इस बाबत सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस की सर्विलांस सेल कॉल करने वाले साइबर फ्रॉड की पहचान करने में जुटी है। टावर लोकेशन के आधार पर उसका कॉल डिटेल निकाला जा रहा है। मंगलवार को हुई इस घटना की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई।
गिरोह के बदमाशों ने चीफ मैनेजर को संजीव शर्मा बन कर फोन किया था। बदमाशों ने फोन पर कहा कि राजीव ऑटोमोबाइल के मालिक संजू शर्मा बोल रहा हूं। मेरे खाते से दो करोड़ रुपए की फिक्स डिपॉजिट करनी है। तत्काल 800000 रुपए खाते पर हस्तांतरित कर गिरोह ने मैनेजर को एक खाता नंबर भी फोन पर ही लिखवाया। चीफ मैनेजर ने बताया कि कॉल उस नंबर से नहीं आई थी जो बैंक को उपलब्ध कराया गया था। लेकिन ट्रूकॉलर पर नंबर के धारक के रूप में संजू शर्मा, राजीव ऑटोमोबाइल ही दिखाया। इसके बावजूद बड़ी राशि स्थानांतरण करने से पहले चीफ मैनेजर ने बैंक को उपलब्ध कराए गए नंबर पर संजीव शर्मा को फोन लगाया। कॉल रिसीव नहीं हुआ तो उन्होंने राजीव ऑटोमोबाइल के अकाउंट को कॉल की अकाउंट मैनेजर से कहा कि बात कर कंफर्म करते हैं। लेकिन व्यस्तता के कारण संजीव शर्मा ने अकाउंटेंट का भी फोन नहीं उठाया। 2 घंटे बाद जब संजीव शर्मा फ्री हुए तो उन्होंने खाते से रुपए स्थानांतरित करने के लिए फोन करने की बात से इंकार कर दिया। इस बीच फ्रॉड गिरोह मैनेजर को लगातार कॉल कर राशि स्थानांतरित करने के लिए दबाव बनाता रहा।
पटना में भी इसी तरह हुई थी ठगी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजीव ऑटोमोबाइल के मालिक संजीव शर्मा ने जानकारी दी कि यह घटना कोई नई नहीं है। 2 दिन पहले पटना के एक ऑटोमोबाइल कंपनी के मालिक के खाते से इसी तरह फ्रॉड गिरोह ने बैंक मैनेजर को कॉल कर बड़ी राशि की निकासी कर ली थी। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। मेरे खाते से भी राशि निकासी की कोशिश की गई। यह जानकारी इसलिए सार्वजनिक की जा रही है ताकि लोगों में जागरूकता आए। जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के कांटी इलाके में साइबर फ्रॉड गिरोह काफी सक्रिय है।