पटना : बिहार विधानसभा में शुक्रवार को पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने केन्द्र एवं राज्य में राजग की सरकार होने के कारण विकास का डबल ईंजन चलने का जमकर डंका बजाया। उन्होंने कहा कि डबल ईंजन के ही कारण राजधानी पटना में ट्रैफिक समस्या के समाधान हेतु रेलवे की आर ब्लॉक—दीघा की जमीन लेकर 380 करोड रुपये से चार लेन की सडक बनायी जा रही है। इसी तरह पटना घाट, पटना साहिब और दानापुर स्टेशन के पास की लगभग 28 एकड जमीन रेलवे से ली गयी है। बदले में राज्य सरकार ने हार्डिंग पार्क की करीब 5 एकड जमीन रेलवे को दी है।
गिनाईं केंद्र और राज्य सरकारों की उपलब्धियां
श्री यादव विधानसभा में पथ मिर्माण विभाग की 70 अरब रुपये से अधिक की अनुदान मांग पर विपक्ष के कटौती प्रस्ताव पर तीन घंटे के वाद—विवाद पर सरकार की ओर से जबाव दे रहे थे। उन्होंने सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर संकेत कर कहा कि वे लंबे समय से कई रेल मंत्रियों से मिलकर रेलवे की जमीन का हस्तांतरण के लिए प्रयास कर रहे थे। परंतु यह मौजूदा समय में विकास का डबल ईंजन चलने के ही कारण साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि हार्डिंग पार्क की जमीन का मूल्यांकन के आधार राज्य सरकार की करीब पांच एकड जमीन के बदले रेलवे की एकड जमीन की अदला—बदली का समझौता हुआ है। इसको लेकर राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में शीघ्र प्रस्ताव आयेगा।
श्री यादव ने विभाग की उपलब्धियों की 45 मिनट के जवाब में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विगत कुछ वर्षों में पटना में ही एक दर्जन से अधिक आरओबी की स्वीकति मिली है। निकट भविष्य मे नेउरा, चितकोहरा, फुलवारीशरीफ, शिवाला, दानापुर और अनिसाबाद में आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि 15 वर्षों मे विभाग के बजट में 50 गुणा की वढोत्तरी हुई है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज के तहत सडक की सभी परियोजनायें लागू की जा रही हैँ। बिहार में पथ निर्माण विभाग की 22147 किलामीटर सडक है। इसमें 5343 किलोमीटर एनएच है। इसके अतिरिक्त 426 किलोमीटर नया एनएच घोषित हुआ है। एनडीए सरकार ने 10 वर्षों में 2404 किलोमीटर एनएच घोषित किया है।
अरुण कुमार पांडेय