पटना/ मुंबई : सुप्रीम कोर्ट में आज सोमवार को चले 80 मिनट की बहस के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। महाराष्ट्र में बदलते पल-पल की घटनाक्रम पर पूरे देश की निगाहे टिकी हुई है और आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले का लोगों को बेसब्री से इंतजार था पर कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है और फ़ैसला कल यानी मंगलवार को 10:30 में सुनाने की बात कही।
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की सरकार को बहुमत परीक्षण के लिए एक दिन और अतिरिक्त वक्त मिल गया है।
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने फडणवीस सरकार से बहुमत परीक्षण की मांग से जुड़ी याचिका सुप्रीम कोर्ट में दी थी जिसपर फ़ैसला आज आना था। पर आब फैसला कल 10:30 आएगा। अदालत में आज याचिकाकर्ताओं की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी दलीलें दी, तो वहीं भाजपा की ओर से मुकुल रोहतगी और राजभवन की ओर से तुषार मेहता ने अपनी बातें रखीं।
अभिषेक मनु सिंघवी ने एनसीपी के 48 विधायको के समर्थन की चिठ्ठी दिखाई और कहा कि जब एनसीपी के 48 विधायक हमारे संपर्क में है तब एनसीपी के ही 54 विधायक बीजेपी के संपर्क में कैसे हो सकते है।
एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना ने 162 विधायको का सर्थन होने का दवा किया और इस संबंध में राज्यपाल को चिठ्ठी भी सौपी है ऐसा बताया गया। वंही दूसरी तरफ़ मुकुल रोहतगी ने अदालत को बताया कि फडणवीस और अजित पवार के द्वारा जो विधायको की समर्थन वाली चिठ्ठी राज्यपाल को दी गई है, उसी आधार पर राज्यपाल ने फैसला लिया है।