नवादा : नवादा शहर के बीचोंबीच से गुजरने वाली खुरी नदी के अस्तित्व पर संकट आ गया है। सबको जीवन रस प्रदान करने वाली इस नदी पर माफियाओं की ऐसी काली नजर पड़ी कि इसकी रंगत ही पहचान से बाहर हो गई। इन दिनों खुलेआम खुरी नदी की जमीन कब्जा कर उसे बेचने के मामलों की बाढ़ आई हुई है।
अतिक्रमण कर बेची जा रही नदी की भूमि
ताजा मामले में नवादा शहर के कृष्ण मेमोरियल कॉलेज के समीप बुधौल, गोंदापुर की ओर से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा नदी के बीच में बजरंगबली की प्रतिमा स्थापित कर उसमें मिट्टी भराई का कार्य शुरू किया गया है। मिट्टी भराई के उपरांत 5 लाख रुपये प्रति कट्ठा नदी को बेचा जा रहा है। यह आम पब्लिक में नदी की जमीन का खुला रेट है। आश्चर्य की बात यह है कि इस घटना को आते जाते सारे लोग देख रहे हैं। परंतु प्रशासन के किसी भी अधिकारी को इसकी भनक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह निर्णय आया था कि नदी–नालों पर हुए अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।
परंतु नवादा में यह कार्य शिथिल होने के साथ-साथ बंद हो चुका है। यही कारण है कि आज खुरी नदी मिर्जापुर से लेकर मोती बीघा तक पूरी तरह अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। अतिक्रमणकारी इसे अपने अपने कब्जे में लेकर मकान का निर्माण कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अगर जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब नदी का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।