पटना : विपक्ष के लगातार हमलों का अब माकूल जवाब देने की एनडीए ने ठान ली है। इसके तहत तीन फरवरी को पटना में कांग्रेस की रैली का जवाब ठीक एक माह बाद तीन मार्च को देने की आज एनडीए ने घोषणा कर दी। जवाब भी आम नहीं खास और जोरदार होगा। क्योंकि 2009 के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक साथ मंच पर दिखेंगे। मोदी और नीतीश जमकर महागठबंधन के सियासी नाटक की पोल खोलेंगे। एनडीए की इस रैली में भाजपा, जदयू व लोजपा के शीर्ष नेता रहेंगे। एनडीए की इस रैली की घोषणा आज एक संयुक्त प्रेस सम्मेलन में इसके तीनों घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष ने एक सुर में की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने रैली में कांग्रेस से हिसाब मांगने व खुद की सरकार का हिसाब देने की बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस रैली का न्योता दिया जाएगा। सबकुछ ठीक—ठाक रहा, तो नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार बहुत दिनों बाद चुनावी मंच पर एक साथ दिखेंगे। आमचुनाव के ठीक पहले एनडीए की इस रैली का क्या प्रभाव होगा, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा। लेकिन इनरेंद्र मोदी और नीतीश के एकसाथ मंच शेयर करने का असर महागठबंधन की धार पर तो पड़ेगा ही।