पटना : महागठबंधन में टूट तय हो गई है। पहले सुपौल, फिर दरभंगा और अब पटना साहिब सीट को लेकर राजद तथा कांग्रेस के बीच तनातनी ने घातक रुख अख्तियार कर लिया है। पटना में आज भाजपा से बेटिकट किये गए शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में विधिवत शामिल होने वाले थे। शत्रु का कांग्रेस में शामिल होना भी टल गया है। कहा गया कि महागठबंधन से कांग्रेस को पटना साहिब सीट एलॉट होने के बाद ही शत्रुघ्न कांग्रेस में शामिल होंगे। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, आरजेडी के रवैये से कांग्रेस नाखुश है। इसको लेकर दिल्ली में कल देर रात तक कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में लगभग सभी नेताओं ने आरजेडी के रवैये के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। बैठक में कई नेताओं ने महागठबंधन से अगल होने की वकालत भी की।
बैकफुट पर नहीं खेलेगी कांग्रेस, शत्रु का कांग्रेस में शामिल होना टला
आज (गुरुवार) को बिहार कांग्रेस के आला नेताओं की राहुल गांधी से मुलाकात होनी है। इस मुलुकात के दौरान बिहार के तमाम पहलुओं के बारे में उन्हें अवगत कराया जाएगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या राहुल गांधी बिहार कांग्रेस के नेताओं की वकालत को तरजीह देते हुए महागठबंधन खत्म करने का फैसला लेंगे, या फिर किसी भी परिस्थिति में इसे जारी रखने की बात कहेंगे। ज्ञात हो कि तीन राज्यों में मिली जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष साफ शब्दों में कह चुके हैं कि कांग्रेस अब बैकफुट पर नहीं खेलेगी।
कई नेताओं ने की राजद से अलग होने की वकालत
उधर बिहार में कांग्रेस के विधायक अमित कुमार टुन्ना ने भी कहा कि महागठबंधन में कांग्रेस को नुकसान हो रहा है और ये नुकसान कोई नहीं चाहता। कांग्रेस को फ्रंटफुट पर खेलना होगा और अब वो दबाव नहीं झेल सकते। वहीँ सुपौल से कांग्रेस की सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि हर परिस्थिति के लिए कांग्रेस तैयार है। अगर बिहार में कार्यकर्ता तैयार हैं तो उसे पार्टी महत्व देगी।
मालूम हो कि कांग्रेस चुनाव समिति आज अपने छह सीटों के उम्मीदवारों पर फैसला लेगी, जिसमें वाल्मीकिनगर सीट के लिए कीर्ति झा आजाद का नाम तय किया गया है तो वहीं समस्तीपुर, सासाराम, पटना साहिब, मुंगेर, सुपौल सीटों के उम्मीदवारों पर भी आज फैसला हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक कीर्ति झा आजाद वाल्मीकिनगर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। वे दरभंगा से ही चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस चु्नाव समिति की बैठक में तो पांच सीटों पर फैसला सुलझा लिया गया है, वहीं छठे सीट को लेकर अब भी तकरार जारी है।