पटना : कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन प्रतिबंध के परिणामस्वरूप देश में विभिन्न स्थानों पर प्रवासी मज़दूर, तीर्थयात्री, पर्यटक, छात्र और अन्य व्यक्ति फंसे हुए हैं। केंद्र ने सड़क से इन फंसे हुए लोगों के स्थानांतरण की अनुमति शर्तों के साथ दी है।केंद्र सरकार ने कहा था कि ऐसी स्थिति में जब कुछ लोगों का एक समूह एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना चाहता हो तो इसकी अनुमति के लिए दोनों राज्यों को एक दूसरे से संपर्क करना होगा और सड़क मार्ग से परिवहन के लिए सामूहिक अनुमति देनी होगी।
यात्रा करने वाले व्यक्ति की स्क्रीनिंग होगी और जिनमें लक्षण नहीं दिखेंगे उन्हें यात्रा की अनुमति मिलेगी। लोगों के समूह के एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए बसों का इस्तेमाल किया जाएगा बसों को सैनिटाइज किया जाएगा और लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
केंद्र एवं राज्य सरकार से कर रहा था माँग
बिहार में पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि गृहमंत्रालय द्वारा शर्तों के आधार पर विभिन्न राज्यों में रह रहे बिहार के छात्रों एवं मजदूरों एवं पर्यटकों को बिहार लाने की अनुमति देना स्वागत योग्य कदम है। मैं बार-बार केंद्र एवं राज्य सरकार से माँग कर रहा था की शर्तों के आधार पर ही बिहार के बाहर रह रहे लोगों को राज्य में वापस लाया जाए क्योंकि वैश्विक महामारी में थोड़ी सी भी चूक बिहार में बड़े पैमाने पर बिहार वासियों को मुसीबत में ले जा सकता है।
बिहार सरकार को ग्राम स्तर पर रोजगार की व्यवस्था करें
वर्मा ने कहा कि बिहार के बाहर रह रहे लाखों की संख्या में छात्र एवं मजदूरों को लाने से पहले स्क्रीनिंग करने के बाद बिहार में उन्हें होम क्वारंटीन में रखने के बाद पूरी संतुष्टि के बाद ही उन्हें उनके घरों तक पहुंचाया जाए। बिहार सरकार को ग्राम स्तर पर रोजगार की व्यवस्था कर बाहर गए मजदूरों को बिहार में ही उन्हें काम में लगा कर उन्हें रोजगार देना चाहिए। रोजगार की व्यवस्था करना भी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी क्योंकि आने के बाद भी काम नहीं मिलने पर उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
दूसरे प्रदेशों में पढ़ने वाले छात्रों को यदि बिहार में लाया जाता है तो जब तक इस बीमारी का पूरी तरह सफाया ना हो जाए तब तक अपने राज्य में ही रहकर ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से उन्हें अपना कोर्स को पूरा करना होगा। काम पर राज्य से बाहर गए मजदूरों एवं पर्यटकों को जबतक इस बीमारी का अस्थाई रूप से इलाज एवं दवा न निकल जाए तब तक उन्हें राज्य से पुनःबाहर जाने की अनुमति नहीं दिया जाना चाहिए।
वर्तमान समय में सभी बिहार वासियों का कर्तव्य बनता है कि राज्य के हित में केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी निर्णयों का स्वागत,सहयोग वं पालन करें ताकि हमारे समर्थन की ताकत से केंद्र एवं राज्य सरकार को हम लोगों के लिए काम करने में उत्साह बना रहे।