मधुमेह रोग से छुटकारा पाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की आवश्यकता : डॉ अजय कुमार
पटना : प्रख्यात मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार ने कहा कि डायबिटीज एक साइलेंट किलर है जिसके कारण पहले तो रोगी को कोई कष्ट नहीं होता है। लेकिन, इस रोग के चपेट में आने के बाद रोगी लगातार कई प्रकार की बीमारियों से बढ़ता चला जाता है और असमय उसकी मृत्यु हो जाती है। डॉ अजय बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से आयोजित डायबिटीज रोग पर आयोजित जागरूकता संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यदि हम सजग नहीं हुए तो 2030 तक भारत में 30 करोड़ से अधिक मधुमेह रोगी होंगे। इस प्रकार यह एक राष्ट्रीय समस्या हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए या इसकी मारक क्षमता को कम करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि माता के गर्भ में यदि बच्चों का पोषण ठीक से नहीं होगा तो वह डायबिटीज जैसे रोगों के शिकार हो जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के डाटा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं का वजन ढाई किलोग्राम से भी कम होता है। ऐसे बच्चों को बाद में डायबिटीज और ह्रदय रोग आसानी से अपनी चपेट में ले लेते हैं। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से मुक्त कराकर हम डायबिटीज रोगियों की संख्या में कमी ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें ज्यादा पेशाब हो ज्यादा भूख लगे ज्यादा पसीना आए और प्यास लगे तो समझ लें वह व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो चुका है।
उन्होंने कहा कि अपने आहार और व्यवहार को सुधार कर हम डायबिटीज से बच सकते हैं या उसकी मारक क्षमता को कम कर सकते हैं। हमें नियमित टहलने और कम खाने की आदत डालनी चाहिए। इसके साथ ही हमें यह प्रयास करना चाहिए कि नियमित नींद ले सकें, इसके लिए तनाव से मुक्ति का प्रबंधन मनुष्य को स्वयं करना पड़ता है