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मधुबनी के इस गुरुकुल में दी जाती है वेदों की निःशुल्क शिक्षा

मधुबनी : बेनीपट्टी अनुमंडल के जरैल गाँव में एक अनोखा गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है जहां छात्रों को निःशुल्क वेदों की शिक्षा दी जाती है। सिर्फ निःशुल्क शिक्षा ही नहीं ऐसी कई उपलब्धियां है जिसके लिए यह गुरुकुल काफ़ी विख्यात है।

दयानंद वाणी के नाम से संचालित इस गुरुकुल का अपना गौशाला भी है, जहाँ गायों को रखा जाता है उनकी देखभाल की जाती है। छात्रों को भी गो माता की सेवा करने का मौका मिलता है।

वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव व इसे ख़त्म करने के लिए गुरुकुल में कोरोना कृमि नाशन देव महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, यज्ञ में आज राजद विधायक सह प्रवक्ता समीर कुमार महासेठ ने भाग लिया एवं हवन पूजा किया।

जरैल गाँव में यह स्कूल पिछले पच्चीस सालों से आर्य गुरूकुल दयानंद वाणी के नाम से संचालित है। इस गुरूकुल में बच्चों की शिक्षा दीक्षा बिल्कुल मुफ्त में दीं जाती है। वहाँ मुख्य रूप से बच्चों को गुरुओं के द्वारा अनुशासित रूप से वेदों की शिक्षा दीं जाती है, जिसमे आगे चलकर बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर कैरियर बनाते है। इस संस्थान के बच्चे उच्चे पदों पर नौकरी कर संस्थान का नाम रौशन कर रहे है। संस्थान में अभी कई जगहों के बच्चे पढ़कर ज्ञानो का प्रसाद पा रहे है।

गुरुकुल संस्थान आर्थिक रूप से जनसहयोग से संचालित हो रही है। कोरोना महामारी जैसी विकट परिस्थिति में भी संस्थान के योगदान को नही भुलाया जा सकता है। संस्थान के गुरुओं एवं बच्चों के द्बारा विभिन्न गावों में जाकर कोरोना के प्रकोप से बचाने के लिये कोरोना कृमि नाशन देव महायज्ञ करती है, साथ ही हवन पूजा करती है।

गुरुकुल के गुरुओं ने बताया की किस प्रकार हवन करने से कोरोना वायरस से बचने में मदद मिलती है। गुरुकुल के बच्चों की निपुणता एवं अनुशासन देखकर राजद विधायक समीर कुमार महासेठ भी आश्चर्यचकित हो गये। उन्होने खुशी जाहिर करते हुये बताया की मधुबनी जिला में भी इस तरह का अनोखा स्कूल गुरुकुल स्कूल संचालित है, जो गर्व की बात है।

जरूरत है इस स्कूल को जनप्रतिनिधियो एवं धनाढ्य लोगो की मदद की, ताकि यह स्कूल का नाम पूरे देश में हो। आज के इस भौतिकवादी युग में भी इस तरह का स्कूल गुरुकुल संचालित है, और बच्चे भौतिक संसाधनों से दूर वहाँ रहकर अच्छी शिक्षा पा रहे है।

सुमित राउत